हरियाणा में शहीदी दिवस | 01 Oct 2024
चर्चा में क्यों?
हरियाणा में शहीदी दिवस 23 सितंबर, 2024 को भारत की स्वतंत्रता की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों, विशेष रूप से स्वतंत्रता सेनानी राव तुला राम की याद में मनाया गया।
प्रमुख बिंदु
- सार्वजनिक अवकाश घोषणा:
- हरियाणा सरकार ने शहीदी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इस दिन राज्य भर के सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज एवं कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे।
- ऐतिहासिक महत्त्व:
- शहीदी दिवस 1857 के विद्रोह में अग्रणी रहे स्वतंत्रता सेनानी राव तुला राम की पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है।
- यह दिन उन शहीदों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने देश के लिये, विशेषकर भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति दे दी।
1857 का विद्रोह
- 1857 का विद्रोह 10 मई 1857 को मेरठ में शुरू हुआ लेकिन यह 13 मई 1857 को हरियाणा के अंबाला छावनी तक पहुँच गया और गुरुग्राम में सिपाही विद्रोह का नेतृत्व किया, जहाँ कलेक्टर विलियम फोर्ड को सिपाहियों के विरोध का सामना करना पड़ा।
- अहीरवाल में राव तुला राम, पलवल में गफ्फूर अली और हरसुख राय, फरीदाबाद में धनु सिंह, बल्लभगढ़ में नाहर सिंह आदि हरियाणा में विद्रोह के महत्त्वपूर्ण नेता थे।
- विभिन्न लड़ाइयाँ रियासतों के शासकों और किसानों द्वारा लड़ी गईं, जिनमें कभी-कभी किसानों को ब्रिटिश सेना पर विजय भी मिली। कुछ सबसे महत्त्वपूर्ण लड़ाइयाँ सिरसा, सोनीपत, रोहतक और हिसार में लड़ी गईं। सिरसा में चोरमार की प्रसिद्ध लड़ाई लड़ी गई थी।