प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के अंतर्गत गरियाबंद ज़िला का चयन | 24 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत सरकार की प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना (पी.एम.एफ.एम.ई) के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के गरियाबंद ज़िले का चयन हुआ है। ज़िले का चयन लघु वनोपजों के उत्पादन, संग्रहण और इनकी गुणवत्ता को देखते हुए किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- इस संबंध में आयोजित कार्यशाला में वनमंडलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने कहा कि ज़िले में पिछले वर्ष 26 हज़ार क्विंटल लघु वनोपजों का संग्रहण किया गया है। इससे संग्राहकों को 15 करोड़ रुपए का लाभ हुआ है।
- उन्होंने बताया कि संग्रहण के पश्चात् वनधन केंद्रो में प्रसंस्करण का सिस्टम बनाया गया है। ज़िले में संजीवनी केंद्रों के माध्यम से इसका विक्रय किया जा रहा है। इस वर्ष लगभग 3 हज़ार क्विंटल चिरौंजी का संग्रहण किया गया है।
- कार्यशाला में कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने कहा कि ज़िले में लाख, चिरौंजी, सरई बीज का बहुतायत मात्रा में उत्पादन होता है। यहाँ के सरई बीजों का विदेशों में भरपूर मांग है। ज़िले में मिनी फूड पार्क और प्रसंस्करण केंद्र खोलने की तैयारी की जा रही है।
- ज़िला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने बताया कि बिहान अंतर्गत ज़िले में 8 हज़ार 500 समूह गठित किये गए हैं, जो अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से आय अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 241 महिला सदस्यों का चयन किया गया है, जिनके लिये 60 लाख रुपए उद्योग विभाग द्वारा जारी किये जाएंगे।
- उल्लेखनीय है कि इस योजना के तहत व्यक्तिगत निवेशक को परियोजना लागत का 35 प्रतिशत की दर से अधिकतम 10 लाख रुपए पूंजीगत अनुदान मिलेगा। स्वयं सहायता समूहों के प्रति सदस्यों को अधिकतम 40 हज़ार रुपए की पूंजी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा किसान उत्पादक संगठन को 35 प्रतिशत की दर से पूंजी अनुदान दिये जाएंगे।