बिहार के दो साहित्यकारों को साहित्य अकादमी का बाल साहित्य पुरस्कार 2022 देने की घोषणा | 25 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
24 अगस्त, 2022 को साहित्य अकादमी ने 22 भाषाओं के लेखकों-लेखिकाओं को अकादमी का बाल साहित्य पुरस्कार 2022 दिये जाने की घोषणा की। इसमें बिहार के दो साहित्यकार जफर कमाली और डॉ. वीरेंद्र झा भी शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने एक विज्ञप्ति में बताया कि साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबार की अध्यक्षता में अकादमी के कार्यकारी मंडल की हुई बैठक में लेखक-लेखिकाओं का साहित्य अकादमी बाल साहित्य पुरस्कार 2022 व साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार के लिये अनुमोदन किया गया।
- अकादमी ने कुल 22 भाषाओं के लेखकाओं-लेखिकाओं को बाल साहित्य पुरस्कार 2022 दिये जाने की घोषणा की है, जबकि 23 भाषाओं के लेखक-लेखिकाओं को युवा साहित्य पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे।
- बिहार के सीवान ज़िले के जफर कमाली को 2020 में प्रकाशित बाल कविता का संग्रह ‘हौसलों की उड़ान’के लिये उर्दू भाषा में पुरस्कार के लिये चुना गया है।
- वहीं मधुबनी के डॉ. वीरेंद्र झा को उनके मैथिली बालकथा-संग्रह ‘उड़न-छू’के लिये पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गई है।
- अकादमी के सचिव ने बताया कि बाल साहित्य पुरस्कार की श्रेणी में पंजाबी भाषा में इस वर्ष पुरस्कार नहीं दिया जा रहा है, जबकि संथाली भाषा में पुरस्कार की घोषणा बाद में की जाएगी। वहीं युवा पुरस्कार की श्रेणी में मराठी में बाद में विजेता का ऐलान किया जाएगा।
- पुरस्कार के लिये चयनित लेखकों को पुरस्कार स्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्रफलक तथा 50,000 रुपए की राशि प्रदान की जाएगी।