RuTAG स्मार्ट विलेज सेंटर | 18 Feb 2025

चर्चा में क्यों?

हाल ही में हरियाणा के सोनीपत के मंडौरा गाँव में ग्रामीण प्रौद्योगिकी कार्रवाई समूह (RuTAG) स्मार्ट ग्राम केंद्र (RSVC का शुभारंभ किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • RSVC के बारे में:
    • RuTAG स्मार्ट विलेज सेंटर (RSVC) का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़मर्रा की चुनौतियों को हल करने के लिये अभिनव समाधान प्रस्तुत करना है, जैसे पशु हस्तक्षेप को रोकना, जैविक खेती को बढ़ावा देना और बेकरी उत्पादन जैसे छोटे व्यवसायों का समर्थन करना।
    • यह केंद्र किसानों, कारीगरों और ग्रामीण उद्यमियों को सीधे उनके दरवाज़े तक प्रौद्योगिकी समाधान उपलब्ध कराकर लाभान्वित करेगा।
  • तकनीकी समाधान:
    • प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय के तहत विकसित, RSVC  खेती के लिये उपग्रह डेटा, जल निगरानी किट, सौर ऊर्जा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स अनुप्रयोग और जैविक उर्वरक जैसी प्रौद्योगिकियों को पेश करेगा।
    • इस पहल में दिव्यांग व्यक्तियों के लिये सहायक प्रौद्योगिकियाँ और वित्तीय समावेशन ऐप भी शामिल हैं, जिससे सभी के लिये आधुनिक प्रगति तक पहुँच सुनिश्चित होगी।
    • यह उन्नत कृषि पद्धतियों, अपशिष्ट प्रबंधन, नवीकरणीय ऊर्जा समाधान और वहनीय आवास नवाचारों के साथ ग्रामीण चुनौतियों का समाधान करेगा।
    • किसानों को उन्नत कटाई-पश्चात प्रौद्योगिकियों से लाभ मिलेगा और केंद्र नागरिक-केंद्रित ऐप्स के माध्यम से सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करेगा।
    • इस पहल से बाज़ार तक पहुँच में सुधार होने से स्थानीय कारीगरों और किसानों की आय भी बढ़ेगी।
    • यह केंद्र IIT मद्रास और सहायक प्रौद्योगिकी फाउंडेशन जैसे संस्थानों के साथ मिलकर बेकरी, ब्रेड बनाने और वित्तीय साक्षरता सहित विभिन्न कौशलों में व्यावहारिक समाधान और प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
  • सरकारी एवं संस्थागत सहायता:
    • यह पहल ग्रामीण कल्याण को बढ़ाने के लिये ग्रामीण विकास, कृषि, पशुपालन और श्रम मंत्रालयों के साथ मिलकर काम करती है।
    • भारत भर में RSVC  का विस्तार करने की योजना है तथा 20 और केंद्रों का विकास किया जा रहा है।
    • " टेकप्रिन्योर्स" कार्यक्रम महिलाओं को अपने समुदायों में इन प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के लिये सशक्त करेगा, जिससे स्थायित्व और दीर्घकालिक सफलता सुनिश्चित होगी।

ग्रामीण प्रौद्योगिकी कार्य समूह (RuTAG)

  • RuTAG वर्ष 2004 से प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) कार्यालय की एक पहल है।
  • इसकी संकल्पना ग्रामीण क्षेत्रों के लिये उच्च स्तर के विज्ञान और प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप और समर्थन प्रदान करने के तंत्र के रूप में की गई थी।
  • इस पहल के तहत, हस्तक्षेपों को मुख्य रूप से मांग-संचालित बनाया गया है, जिसमें जमीनी स्तर पर प्रौद्योगिकी अंतराल को पाटने, प्रौद्योगिकी को उन्नत करने और नवीन परियोजनाओं के माध्यम से प्रशिक्षण और प्रदर्शन प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।