पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये झारखंड के 5 प्रमुख क्षेत्रों में बनेगा रोप-वे | 14 Nov 2022
चर्चा में क्यों?
13 नवंबर, 2022 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार, भारत सरकार के नेशनल रोप-वे प्रोग्राम पर्वतमाला के तहत झारखंड के बोकारो ज़िले के लुगू बुरू घांटाबाड़ी और धनबाद ज़िले के मैथन समेत राज्य के पाँच प्रमुख पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये रोप-वे का निर्माण कराया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- रोप-वे निर्माण के लिये झारखंड के पथ निर्माण विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को भेज दिया है।
- राज्य की भौगोलिक संरचना, सुदूरवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों को देखते हुए राज्य के पथ निर्माण विभाग ने भारत सरकार के नेशनल रोप-वे प्रोग्राम पर्वतमाला के तहत इन पाँचो प्रोजेक्ट को शामिल करने फैसला लिया है तथा भारत सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद इसके निर्माण की दिशा में आगे की कार्यवाही की जाएगी।
- झारखंड में पहले चरण में धनबाद के मैथन, बोकारो के लुगू बुरू घांटाबाड़ी, नेतरहाट, सारंडा (नोवामुंडी) और दलमा पहाड़ी क्षेत्र को शामिल किया जा रहा है।
- राज्य के नेतरहाट (क्वीन ऑफ छोटानागपुर) में करीब चार किमी. लंबा रोप-वे बनाने तथा पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी के सारंडा में करीब पाँच किमी. लंबा रोप-वे निर्माण के लिये प्रस्ताव भेजा गया है।
- विभाग के अनुसार यह एशिया का सबसे बड़ा साल फॉरेस्ट है। इसके अलावा जमशेदपुर के पास दलमा में भी पाँच किमी. लंबा रोप-वे का प्रस्ताव तैयार करके भेजा गया है।
- विदित है कि दलमा एक वाइल्ड लाइफ सेंचुरी है।
- पथ निर्माण विभाग ने मैथन में करीब डेढ़ किमी. लंबा रोप-वे बनाने का जो प्रस्ताव भेजा है, उसे स्पून आइलैंड बताया गया है।
- बोकारो ज़िले में लुगू बुरू घांटाबाड़ी में जो चार किमी. लंबा रोप-वे बनेगा, वह गोमिया प्रखंड के लुगू हिल में बनेगा, जहाँ कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बड़ी संख्या में संथाली ट्राइबल धार्मिक प्रयोजन के लिये जमा होते हैं।