‘कोसी बेसिन विकास परियोजना’ के तहत बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सड़क और पुल का होगा निर्माण | 13 Apr 2023
चर्चा में क्यों?
11 अप्रैल, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान कोसी के बाढ़ प्रभावित लोगों के जीवन स्तर को सुदृढ़ बनाने के लिये 277 करोड़ रुपए की राशि से ‘कोसी बेसिन विकास परियोजना’ के तहत सड़क और पुल-पुलिया का निर्माण किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- ज्ञातव्य है कि विश्व बैंक संपोषित कोसी पुनर्वास योजना के दूसरे चरण का कार्य मार्च 2023 में पूरा होना था। लेकिन 72% ही काम अभी तक हुआ है, जिस कारण से कोसी पुनर्वास योजना के दूसरे चरण के कार्य को 15 महीने का विस्तार दिया गया है। अब इस योजना को जून 2024 तक पूरा किया जाएगा।
- राज्य सरकार ने कुशहा तबाही के बाद कोसी के पुनर्निर्माण की योजना बनाई है। इसके तहत कोसी क्षेत्र और यहाँ के लोगों को त्रासदी से बाहर निकालने और विकास के लिये विश्व बैंक ने 67% और बिहार सरकार 33% की फंडिंग की है।
- इस योजना के पहले चरण के अंतर्गत विश्व बैंक की मदद से 15 सितंबर, 2010 को बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना की शुरूआत हुई, जिसके तहत सहरसा, सुपौल और मधेपुरा के 21 प्रखंडों में 31 दिसंबर, 2018 को विकास कार्य समाप्त हो चुका है।
- विदित है कि 18 अगस्त, 2008 को नेपाल के कुसहा गाँव के समीप लगभग दो किलोमीटर की लंबाई में कोसी नदी की धारा बदल लेने के बाद कोसी बाँध के बह जाने से नेपाल के 34 गाँव समेत पूर्वोत्तर बिहार के 441 गाँवों की बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में आई थी। सरकारी आँकड़ों के अनुसार इस बाढ़ से सहरसा ज़िले में 41, मधेपुरा में 272 और सुपौल ज़िले में 213 लोगों की मौत हुई थी।
- कोसी बेसिन विकास परियोजना के दूसरे चरण का काम इस समय मात्र 72 फीसदी ही पूरी हो पाया है, बाकी बचे शेष 28 फीसदी काम का तीन महीने में पूरा होने की संभावना नहीं के बराबर है। इसलिये इस योजना के विस्तार का निर्णय लिया गया है।