राजस्थान
मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की समीक्षा
- 19 Feb 2025
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चर्चा में क्यों?
उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने गुजरात और राजस्थान राज्यों में मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों की समीक्षा की।
मुख्य बिंदु
- समीक्षा में परियोजना निगरानी समूह (PMG) द्वारा सुगम अंतर-मंत्रालयी और राज्य समन्वय के माध्यम से मुद्दे के समाधान में तेज़ी लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- जिनमें प्रमुख विषय निम्नलिखित हैं:
- DPIIT ने 14 महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं से संबंधित 21 मुद्दों की समीक्षा की।
- गुजरात में खावड़ा अक्षय ऊर्जा पार्क की ट्रांसमिशन परियोजनाओं पर महत्त्वपूर्ण रूप से ज़ोर दिया गया, जिससे सालाना 81 बिलियन यूनिट बिजली उत्पादन की उम्मीद है।
- रिलायंस जियो की 5जी/4जी विस्तार परियोजना की भी समीक्षा की गई, जो तेज़ गति, कम विलंबता और व्यापक कवरेज जैसे लाभ प्रदान करती है।
उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT)
- स्थापना:
- उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग की स्थापना वर्ष 1995 में की गई थी तथा वर्ष 2000 में औद्योगिक विकास विभाग को इसमें मिला दिया गया।
- यह अपने वर्तमान स्वरूप में 27 जनवरी 2019 को अस्तित्व में आया, जब पूर्ववर्ती औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग का नाम बदलकर उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) कर दिया गया।
- उद्देश्य:
- यह विभाग राष्ट्रीय प्राथमिकताओं एवं सामाजिक-आर्थिक उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिये प्रोत्साहन एवं विकासात्मक उपायों के निर्माण एवं कार्यान्वयन के लिये जिम्मेदार है।
- यह देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) प्रवाह को सुविधाजनक बनाने और बढ़ाने के लिये भी ज़िम्मेदार है।
- यह भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।