विविध
हरियाणा में वर्ष 2023 को अंत्योदय आरोग्य वर्ष के रूप में मनाने का लिया गया संकल्प
- 02 Jan 2023
- 3 min read
चर्चा में क्यों?
31 दिसंबर, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अंत्योदय उत्थान वर्ष 2022 के अपने प्रयासों की यात्रा को आगे बढ़ाते हुए वर्ष 2023 को अंत्योदय आरोग्य वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया है।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन के अनुरूप समाज में किसी कारणवश जो वर्ग पिछड़ गए हैं, उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिये वर्ष 2022 को अंत्योदय उत्थान वर्ष के रूप में मनाने का संकल्प लिया गया था। अंत्योदय उत्थान के तहत ही नागरिकों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करते हुए 5 एस- शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वावलंबन पर ज़ोर दिया गया है।
- उन्होंने बताया कि अंत्योदय आरोग्य वर्ष के अंतर्गत प्रदेश के हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मिलेंगी और गरीब व्यत्ति को इलाज के लिये किसी प्रकार की कोई कठिनाई का सामना नही करना पड़ेगा। इसी विजन के साथ राज्य सरकार ने निरोगी हरियाणा योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत पहले चरण में प्रदेश के अंत्योदय परिवारों के स्वास्थ्य की जाँच की जाएगी।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि कि वर्ष 2023 एक अन्य मामले में भी बहुत विचारणीय बनने जा रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाने का फैसला भी लिया गया है। हरियाणा सरकार भी प्रधानमंत्री के इस आह्वान पर चलते हुए प्रदेश में मोटा अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने के लिये भरसक प्रयास करेगी।
- उन्होंने बताया कि एक ओर जहाँ मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा, तो इसकी खेती को भी प्रोत्साहन मिलेगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। मोटा अनाज शरीर को पोषण देने और रोगों से ठीक करने की क्षमता के लिये पहचाने जाते हैं। इनमें बड़ी मात्रा में फाइबर, खनिज और प्रोटीन होता है। इसलिये भोजन में मोटा अनाज अवश्य शामिल करना चाहिये और इस प्रकार यह ‘आहार ही औषधि’का काम भी करेगा।