छत्तीसगढ़
डी.एन.बी. कोर्स के लिये राज्य के तीन ज़िला अस्पताल को मिली मान्यता
- 01 Mar 2022
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चर्चा में क्यों?
28 फरवरी, 2022 को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्जामिनेशन्स इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS), नई दिल्ली द्वारा छत्तीसगढ़ के रायपुर, कांकेर और सूरजपुर स्थित ज़िला अस्पतालों को दोवर्षीय पोस्ट एमबीबीएस डिप्लोमा कोर्स डी.एन.बी. के लिये मान्यता दी गई।
प्रमुख बिंदु
- ज़िला अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की मौजूदगी और गुणवत्तापूर्ण इलाज के कारण राज्य में डी.एन.बी. पाठ्यक्रम की सीटों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
- उल्लेखनीय है कि नेशनल बोर्ड ऑफ एक्जामिनेशन्स द्वारा हाल ही में दुर्ग ज़िला अस्पताल को भी ई.एन.टी. (नाक, कान, गला) और पिडियाट्रिक (शिशु रोग) में दो-दो सीटों के लिये डी.एन.बी. कोर्स की मान्यता प्रदान की गई थी।
- इसके साथ ही दुर्ग ज़िला अस्पताल डी.एन.बी. कोर्स के लिये मान्यता हासिल करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला संस्थान बना था।
- इन सभी अस्पतालों को पाँच-पाँच वर्ष के लिये इस कोर्स की अनुमति दी गई है। रायपुर ज़िला अस्पताल को जनवरी-2022 से दिसंबर-2026 तक के लिये डी.एन.बी. की कुल छह सीटों की मान्यता मिली है। इनमें पिडियाट्रिक्स (शिशु रोग) की तीन, प्रसूति एवं स्त्री रोग की दो और फैमिली मेडिसिन की एक सीट शामिल हैं।
- कांकेर ज़िला अस्पताल को जनवरी 2022 से दिसंबर 2026 तक के लिये नेत्र रोग में डी.एन.बी. की एक सीट के लिये तथा सूरजपुर ज़िला अस्पताल को जनवरी 2021 से दिसंबर 2025 तक स्त्री एवं प्रसूति रोग में एक सीट के लिये मान्यता प्रदान की गई है।
- इस प्रकार राज्य के इन 4 ज़िला अस्पतालों में डीएनबी की कुल 12 सीटों की अनुमति प्रदान की गई है।