झारखंड
सक्रिय म्यूकोर्मिकोसिस मामलों वाला राँची एकमात्र ज़िला
- 08 Oct 2021
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चर्चा में क्यों?
7 अक्टूबर, 2021 को एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) द्वारा संकलित नवीनतम आँकड़ों के अनुसार झारखंड में राँची एकमात्र ज़िला है, जहाँ वर्तमान में म्यूकोर्मिकोसिस (Mucormycosis) के सक्रिय मामले बचे हैं।
प्रमुख बिंदु
- आईडीएसपी के आँकड़ों के अनुसार, पिछले आठ महीनों में राज्य के 24 ज़िलों में से कम-से-कम 18 ज़िलों में 50 प्रतिशत की मृत्यु दर के साथ फंगल संक्रमण फैल गया था और 31 लोगों की जान चली गई थी।
- राज्य में अब तक आए म्यूकोर्मिकोसिस के 168 मामलों में से 66 मामले और 31 मौतों में से 11 मौत राँची में हुई हैं।
- रिकॉर्ड के अनुसार, झारखंड में 7 अक्टूबर को म्यूकोर्मिकोसिस (जिसे आमतौर पर ब्लैक फंगस के रूप में जाना जाता है) के केवल तीन मरीज़ थे, और उन तीनों का राँची में इलाज़ चल रहा है।
- वहीं, पूर्वी सिंहभूम में म्यूकोर्मिकोसिस के 25 मामले सामने आए हैं, जो राज्य के ज़िलों में दूसरे स्थान पर है, जबकि हज़ारीबाग में 11 लोग म्यूकोर्मिकोसिस से संक्रमित पाए गए। अन्य प्रभावित ज़िलों में बोकारो में 9, धनबाद और गिरिडीह में 8-8, जबकि रामगढ़ में 7 और पलामू में 6 लोग इससे संक्रमित पाए गए।
- राज्य में हुई 31 मौतों में राँची में 11, पूर्वी सिंहभूम में पाँच, रामगढ़ में तीन, धनबाद और गोड्डा में दो-दो मौतें तथा बोकारो, चतरा, देवघर, दुमका, गढ़वा, गिरिडीह, हज़ारीबाग और कोडरमा में एक-एक मौत हुई।
- उल्लेखनीय है कि म्यूकोर्मिकोसिस एक दुर्लभ संक्रमण है, जो मिट्टी, पौधों, खाद और सड़ने वाले फलों एवं सब्जियों में पाए जाने वाले म्यूकर मोल्ड (mucor mould) के संपर्क में आने से होता है। झारखंड ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशों के बाद इस साल के शुरुआत में म्यूकोर्मिकोसिस को एक महामारी के रूप में अधिसूचित किया था।