रक्षक ऐप | 11 Feb 2023
चर्चा में क्यों?
10 फरवरी, 2023 को झारखंड के सिमडेगा ज़िला समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय में एसपी सौरभ कुमार ने बिट पुलिसिंग के तहत रक्षक ऐप लॉन्च किया।
प्रमुख बिंदु
- बिट पुलिसिंग के तहत विभागीय स्तर पर झारखंड में सिमडेगा ज़िला पहला है जहाँ पर रक्षक ऐप लॉन्च किया गया है।
- बिट पुलिसिंग के जरिये शहरी व ग्रामीण इलाकों के मुख्य संस्थान, प्रतिष्ठान के अलावा वैसे स्थल जहाँ पर क्राइम की संभावना बनी रहती है, वहाँ पर रक्षक ऐप का क्यूआर कोड लगाया जाएगा। गस्ती दल में जो भी पुलिसकर्मी शामिल रहेंगे उनको उक्त स्थल पर जाकर रक्षक ऐप को स्कैन करना पड़ेगा। इससे पुलिस की गतिविधि और बढ़ जाएगी।
- पुलिस की गतिविधि बढ़ेगी तो निश्चित रूप से आम नागरिकों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से फायदा मिलेगा।
- रक्षक ऐप का क्यूआर कोड लगाने के लिये ज़िले के सरकारी गैर सरकारी संस्था के अलावा विभिन्न प्रकार के स्थलों को चयनित किया गया है।
- रक्षक ऐप के माध्यम से ज़िले की क्राइम कंट्रोल में पुलिस को मदद मिलेगी। वहीं पुलिस आम नागरिकों को सुरक्षा मुहैया कराने में पहले से और ज्यादा तत्पर रहेगी।
- इस एप्लिकेशन का उपयोग इमरजेंसी की स्थिति में किया जा सकता है, जहाँ एक बटन क्लिक करने पर यह एप्लिकेशन एसएमएस को 4 अलग-अलग (रिलेटिव/फ्रेंड्स) नंबर पर करंट लोकेशन भेजेगा और आपातकालीन नंबर पर वॉयस कॉल भी शुरू करेगा।