राजस्थान
मतदाता पहचान-पत्र से आधार नंबर जोड़ने में राजस्थान पूरे देश में द्वितीय
- 06 Aug 2022
- 2 min read
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मतदाता पहचान-पत्र से आधार संख्या जोड़ने के लिये चलाए जा रहे अभियान में 12 लाख से अधिक मतदाता-पहचान पत्रों को आधार संख्या से जोड़कर पूरे देश में राजस्थान द्वितीय स्थान पर है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मतदाता पहचान-पत्र से आधार संख्या जोड़ने के लिये विशेष अभियान सीईओ से बीएलओ तक चलाया जा रहा है। एक अगस्त से प्रारंभ हुए इस अभियान में अब तक 12 लाख से अधिक मतदाता पहचान-पत्रों को आधार संख्या से जोड़ा जा चुका है।
- प्रवीण गुप्ता ने बताया कि निर्वाचन विभाग द्वारा अभिनव पहल करते हुए इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी ज़िला निर्वाचन अधिकारियों, ईआरओ, बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) द्वारा सरकारी, गैर-सरकारी, निजी कार्यालयों, संस्थानों, महाविद्यालयों, विद्यालयों में वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से स्वयं ही आधार नंबर से मतदाता पहचान-पत्र जोड़ने की हैंड्स ऑन जानकारी दी जा रही है।
- उल्लेखनीय है कि एक अगस्त से भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर शुरू हुए इस अभियान के तहत अपनी पहचान स्थापित करने के लिये अब प्रत्येक मतदाता अपने मतदाता पहचान-पत्र के साथ आधार नंबर जोड़ सकता है। इसके लिये एक नवीन फॉर्म 6 बी भरा जा सकता है। आधार नंबर जोड़ने का कार्य नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल (एनवीएसपी), वोटर हेल्पलाइन ऐप, गरुड़ ऐप या क्षेत्र के बीएलओ के माध्यम से भी किया जा सकता है।