राजस्थान
राजस्थान साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022-23
- 22 May 2023
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चर्चा में क्यों?
19 मई, 2023 को राजस्थान के कला साहित्य एवं संस्कृति मंत्री बी. डी. कल्ला ने राजस्थान साहित्य अकादमी का वार्षिक पुरस्कार-सम्मान समारोह 2022-23 में साहित्यकारों को संगीत, कला और साहित्य के क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिये सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान साहित्य अकादमी का वार्षिक पुरस्कार-सम्मान समारोह हरिश्चंद्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान (ओटीएस) के भगवत सिंह मेहता सभागार में आयोजित किया गया।
- समारोह में मीरा पुरस्कार, रांगेय राघव पुरस्कार, सुधींद्र पुरस्कार, देवीलाल सामर पुरस्कार, देवराज उपाध्याय पुरस्कार, कन्हैयालाल सहल पुरस्कार, शंभूदयाल सक्सेना पुरस्कार, सुमनेश जोशी पुरस्कार, परदेशी पुरस्कार, चंद्रदेव शर्मा पुरस्कार एवं सुधा गुप्ता पुरस्कार का वितरण किया गया।
- इस मौके पर विशिष्ट साहित्यकार सम्मान से प्रदेश के कई ख्यातनाम साहित्यकारों को भी सम्मानित किया गया।
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी फारूक आफरीदी को भी साहित्य के क्षेत्र में उनके अहम योगदान के लिये विशिष्ट साहित्यकार सम्मान प्रदान किया गया।
- इन साहित्यकारों को मिला सम्मान-
- 2022-23 के वार्षिक पुरस्कारों के तहत कथा एवं उपन्यास विधा में दिया जाने वाला रांगेय राघव पुरस्कार बाँसवाड़ा निवासी भरत चंद्र शर्मा को उनके उपन्यास ‘पीर परबत-सी’ के लिये दिया गया।
- काव्य विधा के लिये दिया जाने वाला सुधींद्र पुरस्कार जयपुर के कवि मायामृग को उनकी कविता संग्रह ‘मुझमें मीठा तू हैं’के लिये तथा एकांकी-नाटक के लिये दिया जाने वाला देवीलाल सामर पुरस्कार जयपुर निवासी अजय अनुरागी को नाट्य कृति ‘रांग नंबर’ के लिये दिया गया।
- आलोचना क्षेत्र का प्रतिष्ठित देवराज उपाध्याय पुरस्कार भरतपुर मूल के राजाराम भादू को आलोचना-कृति ‘कविता के आयाम’को तथा विविध विधाओं का कन्हैयालाल सहल पुरस्कार जयपुर के व्यंग्यकार यश गोयल को कृति ‘नामुमकिन नेता’के लिये दिया गया।
- बाल साहित्य के क्षेत्र में शंभूदयाल सक्सेना पुरस्कार कांकरोली की कुसुम अग्रवाल को उनकी पुस्तक ‘हम सब एक हैं’के लिये दिया गया।
- बहुप्रतिष्ठित मीरा पुरस्कार, रति सक्सेना को उनकी कृति ‘हँसी एक प्रार्थना के लिये’ के लिये प्रदान किया गया।
- ये सभी पुरस्कार इकतीस हज़ार रुपए की राशि के हैं।
- इक्कीस हज़ार रुपए की राशि वाला प्रथम प्रकाशित कृति सुमनेश जोशी पुरस्कार उदयपुर निवासी कथाकार तराना परवीन को कहानी संग्रह ‘एक सौ आठ’के लिये दिया गया।
नवोदित साहित्यकारों को भी अकादमी द्वारा सम्मानित किया गया
- विद्यालय स्तरीय परदेशी पुरस्कार
- कविता के लिये- महारानी गायत्री देवी कन्या विद्यालय, जयपुर की प्राचा शर्मा को ‘सागर मोती एवं अन्य कविताएँ’के लिये,
- कहानी के लिये- जवाहर नवोदय विद्यालय, पल्लू-हनुमानगढ़ की दिव्या सानप को कहानी ‘खुशी के आँसू’के लिये,
- निबंध के लिये- राउमावि अमरपुरा-उदयपुर की हर्षिता मीणा को निबंध ‘नवाचारों का उद्भव’के लिये
- लघुकथा के लिये- राजकीय सार्दुल उमावि बीकानेर के अरमान नदीम की लघुकथा ‘असली ताकत’के लिये दिया गया।
- महाविद्यालय स्तरीय चंद्रदेव शर्मा पुरस्कार
- कविता के लिये- राजकीय लोहिया महाविद्यालय चूरू के हिमांशु भारद्वाज को ‘स्पृहा और अन्य कविताएँ’के लिये,
- कहानी के लिये- इक्कीस कॉलेज गोपल्याण-लूणकरणसर की निर्मला शर्मा को कहानी ‘कोई चारा नहीं’के लिये,
- एकांकी के लिये- माँ जालपा देवी राजकीय महाविद्यालय तारानगर की तनिष्का पड़िहार की एकांकी ‘जागो प्यारे, जागो’के लिये,
- निबंध के लिये- सोनादेवी सेठिया कन्या महाविद्यालय सुजानगढ़ की मैना कँवर को निबंध ‘विगत और संभावनाएँ’के लिये दिया गया।
- सुधा गुप्ता महाविद्यालय स्तरीय कविता पुरस्कार महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोधपुर की सूरज कुमारी को ‘प्रकृति की आवाज और अन्य कविताएँ’के लिये दिया गया।
- उल्लेखनीय है कि उक्त सभी पुरस्कारों के तहत पाँच हज़ार रुपए प्रति पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।