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राजस्थान

राजस्थान की पहली वंदे भारत रेल का शुभारंभ

  • 14 Apr 2023
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

12 अप्रैल, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से), केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्यपाल कलराज मिश्र ने जयपुर रेलवे स्टेशन पर राज्य की प्रथम वंदे भारत रेल का शुभारंभ कर रेल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

प्रमुख बिंदु

  • राजस्थान के लिये वंदे भारत एक्सप्रेस की पहली ट्रेन जयपुर से दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन के बीच चलेगी। इस ट्रेन की नियमित सेवा 13 अप्रैल, 2023 से शुरू होगी तथा जयपुर, अलवर और गुड़गाँव में ठहराव-स्टेशनों के साथ अजमेर और दिल्ली कैंट के बीच चलेगी।
  • नई वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली कैंट और अजमेर के बीच की दूरी 5 घंटे 15 मिनट में तय करेगी। इस मार्ग की मौजूदा सबसे तेज ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस दिल्ली कैंट से अजमेर तक के लिये 6 घंटे 15 मिनट का समय लेती है। इस तरह नई वंदे भारत एक्सप्रेस, इस मार्ग पर चलने वाली मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में 60 मिनट कम समय लेगी।
  • अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस हाई राइज ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) टेरीटरी पर दुनिया की पहली अर्ध-उच्च गति यात्री ट्रेन होगी। यह ट्रेन पुष्कर, अजमेर शरीफ दरगाह सहित राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों के रेल-संपर्क में सुधार करेगी। बढ़े हुए रेल-संपर्क से क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
  • यह राजस्थान की प्रथम सेमी हाई स्पीड ट्रेन है,जिससे जयपुर से दिल्ली के बीच यात्रा का समय कम होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रेलमंत्री से आग्रह किया कि बाँसवाड़ा, टोंक, करौली आदि मुख्यालयों को भी रेलवे सुविधाओं से जोड़ा जाए।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि डूंगरपुर-बाँसवाड़ा-रतलाम के बीच रेल सेवा के लिये राजस्थान सरकार और रेलवे बोर्ड के बीच एमओयू हुआ था। बाँसवाड़ा में रेल लाइन का शिलान्यास भी किया गया था। पहली बार किसी राज्य सरकार द्वारा एक मेजर रेल प्रोजेक्ट के लिये भूमि सहित 1250 करोड़ रुपए दिये गए थे। लेकिन जनहित का यह काम आगे नहीं बढ़ा। उन्होंने इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा और राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्त्व को देखते हुए जैसलमेर-बाड़मेर को मुंद्रा और कांडला बंदरगाह से जोड़ने के लिये नई रेल लाइन निर्माण की आवश्यकता है। यह नई रेल लाइन केंद्र सरकार के उपक्रम एचपीसीएल एवं राज्य सरकार के एमओयू के अनुरूप बाड़मेर में चल रहे रिफाइनरी के कार्य तथा पश्चिमी क्षेत्र के विकास की दृष्टि से काफी लाभकारी सिद्ध होगी।   

  

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