राजस्थान किसान महोत्सव | 19 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
18 जून, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में चल रहे तीनदिवसीय राजस्थान किसान महोत्सव का समापन किया।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान किसान महोत्सव जैसे आयोजनों से किसानों को खेती की नई तकनीकों और कृषि उपकरणों के बारे में जानकारी मिलेगी तथा उनके उत्पादों का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा।
- इस अवसर पर ‘आत्मा योजना’के तहत कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में नवाचार करने वाले प्रगतिशील 10 किसानों एवं पशुपालकों को राज्यस्तरीय कृषक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रत्येक किसान को 50 हज़ार रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप दी गई।
- इनमें जयपुर ज़िले से रूकमा देवी, टोंक से भूरी देवी मीणा, बाड़मेर से धर्माराम, डूँगरपुर से नारायण, भीलवाड़ा से कमला देवी, श्रीगंगानगर से पुनीत चौधरी, जैसलमेर से खुशालाराम, राजसमंद से बालूसिंह, धौलपुर से नीरज कुमार त्यागी तथा टोंक से भरतराम शामिल रहे।
- इस दौरान ‘कृषक कल्याण को समर्पित 4 वर्ष’विषय तथा राजस्थान किसान ऐप पर आधारित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने खेती और किसान को प्राथमिकता देते हुए नीतियाँ और कार्यक्रम बनाए हैं। कृषकों और पशुपालकों को समृद्ध और खुशहाल बनाने के उद्देश्य की पूर्ति के लिये 12 कृषि मिशन शुरू किये गए हैं और प्रत्येक बिंदु पर योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है।
- उन्होंने कहा कि राज्य के 21 लाख किसानों का 15 हज़ार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया गया। किसानों के लिये देश में पहली बार पृथक् कृषि बजट पेश किया गया। कृषि का बजट 2018-19 की तुलना में लगभग दोगुना कर दिया गया है।
- राज्य सरकार द्वारा किसानों को 90 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध करवाने तथा 2000 यूनिट तक नि:शुल्क बिजली देने से उन्हें बड़ी राहत मिली है। एग्रो एवं फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा 2 करोड़ रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है।
- राज्य के युवा उद्यमियों के लिये एमएसएमई एक्ट लाया गया है। इसमें उद्योग लगाने के लिये सरकार द्वारा दी जाने वाली ज़रूरी अनुमतियों में 5 वर्ष की छूट दी गई है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लम्पी रोग से पीड़ित 40 हज़ार से अधिक पशुपालकों को 175 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी। ऐसा फैसला करने वाला राजस्थान देश का इकलौता राज्य है।
- उन्होंने कहा कि दो दुधारू पशुओं का 40-40 हज़ार रुपए का बीमा किया जा रहा है। दुग्ध उत्पादकों को दूध पर 5 रुपए प्रति लीटर अनुदान दिया जा रहा है। अब राजस्थान दुग्ध उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर आ गया है।