प्रधानमंत्री ने बाबा नगरी देवघर से झारखंड को दी विभिन्न विकास परियोजनाओं की सौगात | 13 Jul 2022

चर्चा में क्यों?

12 जुलाई, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के देवघर से 16,800 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

प्रमुख बिंदु

  • प्रधानमंत्री ने बाबा वैद्यनाथ धाम को सीधा हवाई संपर्क प्रदान करने के लिये 401 करोड़ रुपए की लागत से बने देवघर हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। 657 एकड़ में फैला देवघर एयरपोर्ट राँची के बाद झारखंड का दूसरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन की क्षमता सालाना लगभग पाँच लाख यात्रियों की है।
  • प्रधानमंत्री ने इंडिगो कंपनी के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी (सीईओ) रोनो दत्ता और चीफ ऑफ फ्लाइट ऑपरेशन आशू मिश्रा को उड़ान ध्वज प्रदान कर देवघर-कोलकाता-देवघर विमान सेवा का शुभारंभ किया।
  • प्रधानमंत्री ने एम्स, देवघर रोगी (इन-पेशेंट) विभाग (आईपीडी) और ऑपरेशन थिएटर संबंधी सेवाएँ राष्ट्र को समर्पित कीं। यह प्रधानमंत्री के देश के सभी हिस्सों में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के विज़न के अनुरूप है। प्रधानमंत्री ने 25 मार्च, 2018 को एम्स देवघर की आधारशिला रखी थी।
  • प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन की गई परियोजनाओं में 2,000 तीर्थयात्रियों की क्षमता वाले दो बड़े तीर्थमंडली भवनों का विकास, जलसर झील के फ्रंट का विकास, शिवगंगा तालाब विकास आदि शामिल हैं। नई सुविधाओं से हर साल बाबा वैद्यनाथ धाम आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव में सुधार होगा।
  • प्रधानमंत्री ने 10,000 करोड़ रुपए से ज़्यादा की कई सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं से क्षेत्र में संपर्क को और प्रोत्साहन मिलेगा, साथ ही आम जनता के लिये आवाजाही आसान हो जाएगी।
  • प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में लगभग 3,000 करोड़ रुपए की विभिन्न एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का  लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इसमें गेल की जगदीशपुर-हल्दिया-बोकारो-धामरा पाइपलाइन का बोकारो-अंगुल खंड; बरही, हज़ारीबाग में एचपीसीएल का नया एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र और बीपीसीएल के बोकारो एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र का लोकार्पण शामिल हैं। इसके अलावा झरिया ब्लॉक में पर्बतपुर गैस कलेक्टिंग स्टेशन, ओएनजीसी के कोल बेड मीथेन (सीबीएम) एसेट का शिलान्यास किया गया।
  • प्रधानमंत्री ने दो रेल परियोजनाओं- गोड्डा-हंसडीहा विद्युतीकरण खंड और गरहवा-महुरिया दोहरीकरण परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं से उद्योगों और बिजलीघरों को सामान की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने में सहायता मिलेगी। इनसे दुमका से आसनसोल के बीच ट्रेनों की आवाजाही भी आसान हो जाएगी।
  • प्रधानमंत्री ने तीन रेल परियोजनाओं- राँची रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास, जसीडीह बाइपास लाइन और एलएचबी कोच रख-रखाव डिपो, गोड्डा का शिलान्यास भी  किया। इनमें राँची स्टेशन के पुनर्विकास में फूड कोर्ट, एग्जीक्यूटिव लॉउंज, कैफेडेरिया, एयर कंडीशंड वेटिंग हॉल आदि सहित विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएँ शामिल हैं। इससे आवाजाही आसान होने के साथ ही यात्रियों के लिये आराम भी सुनिश्चित होगा।
  • इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना के तहत पिछले 5-6 वर्षों में हवाई अड्डों, हेलीपोर्ट और वाटर एयरोड्रोम के माध्यम से लगभग 70 नए स्थान जोड़े गए हैं। आज आम नागरिकों को 400 से अधिक नए रूटों पर हवाई यात्रा की सुविधा मिल रही है।
  • 2014 से पहले भारत में 74 हवाई अड्डे थे, लेकिन सात वर्षों में अप्रैल 2022 तक कुल 140 हवाई अड्डों (हेलीपोर्ट और वाटर एयरोड्रोम सहित) को लेकर 66 नए हवाई अड्डे स्थापित किये गए हैं।
  • उड़ान (UDAN) योजना के तहत जून 2022 तक 420 से अधिक हवाई मार्ग परिचालित किये गए। इस योजना के तहत 1.79 लाख से अधिक उड़ानें भरी गई हैं। उड़ान योजना ने पहाड़ी राज्यों, उत्तर-पूर्वी क्षेत्र और द्वीपों सहित अखिल भारतीय कई क्षेत्रों को अत्यधिक लाभान्वित किया है।