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उत्तर प्रदेश

महाभारत काल की सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण

  • 04 Dec 2024
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में मेरठ के हस्तिनापुर में संरक्षित स्थल के संरक्षण और विकास पर एक अद्यतन देखा गया है जिसे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के प्रबंधन के तहत 2021-22 में केंद्र सरकार द्वारा पाँच 'प्रतिष्ठित स्थलों' में से एक के रूप में नामित किया गया था।

मुख्य बिंदु

  • इतिहास:
    • महाभारत काल में हस्तिनापुर पांडवों और कौरवों की राजधानी थी। 
    • यह स्थल महाभारत के कई स्थानों से जुड़ा हुआ है, जिनमें विदुर टीला, पांडवेश्वर मंदिर, बारादरी, द्रौणदेश्वर मंदिर, कर्ण मंदिर, द्रौपदी घाट और काम घाट शामिल हैं। 
  • उत्खनन:
    • ASI के महानिदेशक बी.बी. लाल ने 1950 के दशक के प्रारंभ में हस्तिनापुर में खुदाई की थी। 
    • उन्होंने महाभारत और उनके द्वारा खोदे गए भौतिक अवशेषों के बीच सहसंबंध पाया, जिसके कारण उन्होंने महाकाव्य की कुछ परंपराओं को ऐतिहासिक बना दिया। 
  • लोहे की वस्तुएँ:
    • इस स्थल पर लोहे की कई वस्तुएँ हैं जो छठी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर 16वीं शताब्दी ईसवी तक की हैं। 
    • उत्खनन से प्राप्त लावा के नमूनों से पता चलता है कि यह स्थल क्रूसिबल कार्बराइज़ेशन गतिविधियों में शामिल था। 
      • क्रूसिबल कार्बराइजज़ेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें स्टील बनाने के लिये कार्बन-समृद्ध सामग्री के साथ गढ़ा लोहे को गर्म करने के लिये क्रूसिबल का उपयोग किया जाता है।मेरठ
  • हालिया कार्य:
    • ASI ने वर्ष 2021-22 और 2022-23 में इस स्थल पर खुदाई की है। 
    • इस स्थल पर संरक्षण और विकास कार्य भी किया गया है, जिसमें रास्ते, पार्किंग और उद्यानों का निर्माण भी शामिल है।

पाँच प्रतिष्ठित स्थल 

  • धोलावीरा:
    • यह एक पुरातात्विक स्थल है, जहाँ वर्षा जल संचयन के लिये जल प्रणाली का उपयोग किया जाता था। हड़प्पा सभ्यता के दौरान यहाँ रहने वाले लोग अपनी जल संरक्षण तकनीकों के लिये जाने जाते हैं। 
  • हस्तिनापुर:
    • उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल। महाभारत काल में यह कुरु वंश के सम्राटों की राजधानी थी।
  • शिवसागर:
    • ऊपरी असम का एक शहर जो अपने अहोम महलों और स्मारकों के लिये जाना जाता है। यह 1699 से 1788 तक अहोम साम्राज्य की राजधानी थी।
  • आदिचनल्लूर:
    • दक्षिण भारत का एक पुरातात्विक स्थल जिसका इतिहास 2500 ईसा पूर्व से 2200 ईसा पूर्व तक जाता है। 2004 में, यहाँ विभिन्न जातियों के मानव कंकाल मिले थे।
  • राखीगढ़ी:
    • हरियाणा के हिसार ज़िले में राखीगढ़ी हड़प्पा सभ्यता के सबसे प्रमुख और सबसे बड़े स्थलों में से एक है। यह भारतीय उपमहाद्वीप में हड़प्पा सभ्यता के पाँच ज्ञात कस्बों में से एक है।


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