130 किमी./घंटा की रफ्तार से सर्वाधिक ट्रेनें चलाने में प्रयागराज मंडल देश में नंबर वन | 12 Jul 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में रेलवे अफसरों ने बताया कि उत्तर-मध्य रेलवे (एनसीआर) का प्रयागराज मंडल देश का पहला ऐसा मंडल बन गया है, जहाँ संचालित 338 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में 272 की अधिकतम स्पीड अब 130 किमी. प्रति घंटा हो गई है। यह आँकड़ा भारतीय रेल के सभी 68 रेल मंडलों में सर्वाधिक है।
प्रमुख बिंदु
- रेलवे अफसरों का दावा है कि वर्ष 2025 में लगने वाले कुंभ मेले के पूर्व प्रयागराज मंडल में चल रहीं तमाम ट्रेनों की स्पीड 160 किमी. प्रति घंटा हो जाएगी।
- गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व प्रयागराज मंडल क्षमता से ज़्यादा ट्रेनों का संचालन और रेलवे के आधारभूत ढाँचे के सुधार की धीमी गति की वजह से ट्रेनों की लेटलतीफी के लिये बदनाम था।
- कोविड की पहली लहर के दौरान लॉकडाउन में यात्री ट्रेनों के बंद हो जाने पर एनसीआर के तीनों मंडलों में आधारभूत ढाँचा सुधारने के लिये तेज़ी से काम हुआ। इस दौरान जहाँ एक ओर अलीगढ़, इटावा, खुर्जा, टुंडला, जुही कानपुर यार्ड आदि की रिमॉडलिंग हुई, तो वहीं दूसरी ओर ऑटोमेटिक सिग्नलिंग का काम भी तेज़ी से हुआ।
- पुरानी रेल पटरियों के स्थान पर नई पटरियाँ बिछाई गईं। इस बीच ज़ोन की बहुत-सी ट्रेनों में लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच भी लगाए गए। वित्तीय वर्ष 2021-22 में सिर्फ प्रयागराज मंडल के ही सात खंडों में ऑटोमेटिक सिग्नलिंग और 14 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य पूरा किया गया। इससे ट्रेनों की लेटलतीफी में भी सुधार हुआ।
- प्रयागराज मंडल के साथ ही एनसीआर ज़ोन में चलने वाली कुल 520 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 130 किमी. प्रति घंटा हो गई है। इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 14 और ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 130 किमी. प्रति घंटा हो गई है।
- प्रयागराज मंडल में 160 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार तक ट्रेन चलाने के लिये यहाँ गाज़ियाबाद से पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन तक रेलवे ट्रैक के दोनों ओर दीवार भी बनाई जा रही है, ताकि रेलवे ट्रैक पर मवेशी आदि न आ सकें, क्योंकि उनके ट्रेन की चपेट में आने की वजह से रूट बाधित हो जाता है। यह दीवार भी वर्ष 2024 तक पूरी तरह बनकर तैयार हो जाए।