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‘प्राकृतिका’ टेरेस गार्डन
- 02 Aug 2021
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चर्चा में क्यों ?
हाल ही में मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने वल्लभ भवन में टेरेस गार्डन ‘प्राकृतिका’ का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- ‘प्राकृतिका’ टेरेस गार्डन को मध्य प्रदेश जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान, भोपाल द्वारा ईको फ्रेंडली पद्धति से विकसित किया गया है। ईको फ्रेंडली सौंदर्यीकरण के लिये विभिन्न औषधीय, सुगंधित और वन प्रजातियों का चयन कर रोपण किया गया है।
- टेरेस गार्डन में आम, कचनार, मोगरा, अर्जुन, पीपल, बेलिया चमेली, सीता अशोक, हैंगिंग ग्रास, रुद्राक्ष, हर्रा, गूलर, शीशम, आँवला, गरूड़ आदि के पौधे रोपित किये गए हैं।
- इसमें सांस्कृतिक परिवेश की पृष्ठभूमि निर्मित करने के लिये मांडना और लाइन आर्ट द्वारा चित्रण किया गया है। टेरेस गार्डन के वातावरण को और अधिक सुंदर बनाने के लिये विभिन्न जगह पर हैंगिंग प्लांट्स भी लगाए गए हैं।
- वाल्मी संस्थान ने ‘वाल्मी शीघ्र वन विकास पद्धति’ (WALMI Early Forest Development Method) का उपयोग किया है। इस पद्धति में एक वर्ष में संस्थान द्वारा घने जंगल की गारंटी की अवधारणा एवं तकनीक का उपयोग कर कांक्रीट सतह पर प्राकृतिक हरियाली एवं सौदर्यीकरण विकसित करने का कार्य किया गया है।
- यह तकनीक पूर्ण रुप से जैविक है, जिसमें एक मीटर गहराई के बेड को विभिन्न किस्म के कार्बनिक पदार्थों, जैसे- धान का भूसा, पेरा, गोबर की खाद, जीवामृत, घन जीवामृत, वर्मीकंपोस्ट इत्यादि को मिट्टी के साथ मिलाकर तैयार किया गया है।