हिन्दी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम का पायलेट प्रोजेक्ट जीएमसी से होगा शुरू | 25 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
24 फरवरी, 2022 को मध्य प्रदेश में हिन्दी में पाठ्यक्रम प्रारंभ करने के संबंध में गठित हिन्दी पाठ्यक्रम उच्च समिति की बैठक में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि हिन्दी में एमबीबीएस की पढ़ाई की पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरुआत गांधी मेडिकल कॉलेज से होगी।
प्रमुख बिंदु
- मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने बताया कि हिन्दी प्रकोष्ठ का विधिवत् गठन कर सुव्यवस्थित पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। इसमें अलग-अलग क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हैं।
- समानांतर रूप से हिन्दी माध्यम से पढ़े छात्रों को सहायता के तौर पर यह व्यवस्था की जा रही है। अंग्रेज़ी के साथ हिन्दी की पुस्तकें भी उपलब्ध कराने की तैयारी है।
- नवाचार के रूप में प्रथम वर्ष के 3 विषयों की पुस्तकों का रूपांतरण व्यावहारिक पक्ष को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। देवनागरी का उपयोग कर विद्यार्थियों को टूल और प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जा रहा है।
- मंत्री सारंग ने कहा कि पुस्तकों का वॉल्यूम क्रमबद्ध होगा। सब वॉल्यूम बनाकर अप्रैल-मई में पाठ्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। कॉपीराइट का भी पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
- मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी को भी हिन्दी में विद्यार्थियों को समझाते हुए क्लासेज़ लेने के निर्देश दिये गए हैं। तीन विषयों के लिये तीन वार-रूम बनाए जा रहे हैं।
- भोपाल में एनाटॉमी और बायो-केमेस्ट्री तथा इंदौर में फिजियोलॉजी का वार-रूम तैयार किया जाएगा। इसमें विषय के रूपांतरण के सत्यापन की जाँच होगी।
- विद्यार्थियों की सुविधा के लिये हिन्दी लेक्चर के ऑडियो-वीडियो बनाकर यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से उपलब्ध कराने का भी प्रयास किया जाएगा।
- उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, जिसने इस नवाचार की शुरुआत की और आगे भी लागू करने में मध्य प्रदेश अग्रणी रहेगा।