मध्य प्रदेश में पेप्सिको इंडिया का फ्लेवर प्लांट | 04 Apr 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में पेप्सिको इंडिया (PepsiCo India) ने देश में अपनी विस्तार योजनाओं के तहत मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक फ्लेवर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित करने के लिये 1,266 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की है।
प्रमुख बिंदु:
- 22 एकड़ में फैला यह प्लांट भारत में पेप्सिको के पेय पदार्थ (Beverage) उत्पादन को बढ़ाने, रोज़गार सृजन करने और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
- इस संयंत्र का निर्माण कार्य इसी वर्ष शुरू होने तथा वर्ष 2026 की पहली तिमाही में चालू होने की उम्मीद है।
- यह यूनिट भारत में कंपनी की दूसरी फ्लेवर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी होगी। पेप्सिको की पहली फ्लेवर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी पंजाब के चन्नो में है।
- पेप्सिको इंडिया ने कहा कि अपने वैश्विक सतत् लक्ष्यों के अनुरूप, नई विनिर्माण फैसिलिटी पूरी तरह से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों द्वारा संचालित होगी, जिससे प्रतिदिन 1.9 मीट्रिक टन कार्बन फुटप्रिंट की महत्त्वपूर्ण कमी आएगी।
- शून्य तरल निर्वहन तकनीक (Zero Liquid Discharge Technology) के साथ, संयंत्र का लक्ष्य लगभग 90% समग्र जल दक्षता हासिल करना, जल संसाधनों का नैतिक रूप से उत्तरदायी प्रबंधन सुनिश्चित करना और फैसिलिटी में उपयोग किये जाने वाले 100% पानी की पुनःपूर्ति करना है।
नोट: रिवर्स ऑस्मोसिस सहित शून्य तरल निर्वहन/ज़ीरो लिक्विड डिस्चार्ज (ZLD) के घटक, जल और लवण के व्यापक पुन: उपयोग तथा पुनर्प्राप्ति को सक्षम करते हैं एवं यह प्रक्रिया ताज़े जल की आवश्यकताओं को कम करती है।