पार्थ योजना | 19 Apr 2025
चर्चा में क्यों?
खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा पार्थ योजना (Parth - Police Army Recruitment Training & Skills) 1 मई, 2025 से मध्य प्रदेश के 9 प्रमुख शहरों में पायलट प्रोज़ेक्ट के रूप में लागू की जाएगी।
मुख्य बिंदु
- योजना के बारे में:
- इस योजना का प्रारंभिक शुभारंभ जनवरी 2025 में किया गया था।
- यह योजना पायलट प्रोज़ेक्ट के रूप में भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, मुरैना, शहडोल, सागर, इंदौर और उज्जैन में लागू की जाएगी।
- प्रत्येक शहर से 50 युवाओं का चयन किया जाएगा, इस तरह कुल 450 युवा लाभान्वित होंगे।
- प्रशिक्षण
- यह योजना युवाओं को सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों में भर्ती हेतु संपूर्ण प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगी। प्रशिक्षण में शामिल होंगे:
- शारीरिक फिटनेस अभ्यास
- लिखित परीक्षा की कोचिंग (सामान्य ज्ञान, गणित, अंग्रेज़ी आदि)
- व्यक्तित्व विकास
- यह योजना युवाओं को सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों में भर्ती हेतु संपूर्ण प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगी। प्रशिक्षण में शामिल होंगे:
- संरचना
- संभाग स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किये जाएंगे, जिनका संचालन ज़िला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी करेंगे।
- ग्रामीण युवा समन्वयक और विभागीय कर्मचारी प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहयोग देंगे।
- यह योजना पूरी तरह से आत्मनिर्भर है, इसके लिये सरकार ने अलग से बजट आवंटित नहीं किया है।
- प्रतिभागियों से ली जाने वाली निर्धारित फीस के माध्यम से योजना संचालित होगी।
- उद्देश्य:
- प्रदेश के युवाओं को पुलिस एवं सेना भर्ती के लिये शारीरिक रूप से तैयार करना।
- उन्हें खेल प्रशिक्षण के माध्यम से अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल प्रदान करना।
- हुनर आधारित प्रशिक्षण देकर रोज़गार की संभावनाएँ बढ़ाना।
- प्रदेश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना और विद्यालय स्तर पर खेल गतिविधियों को संस्थागत रूप देना।