उत्तर प्रदेश के 14 व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार | 28 Jan 2022
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2022 को 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने वर्ष 2022 के लिये 128 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। उत्तर प्रदेश से 14 व्यक्ति इन पुरस्कारों की सूची में शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- पद्म पुरस्कार देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इसे तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। इन तीन श्रेणियों में पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री शामिल हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म विभूषण’, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मभूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मश्री’पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
- ये पुरस्कार विभिन्न विषयों/क्षेत्रों, अर्थात् कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान व इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा इत्यादि में प्रदान किये जाते हैं।
- इन पुरस्कारों की घोषणा राष्ट्रपति द्वारा हर वर्ष ‘गणतंत्र दिवस’के अवसर पर की जाती है तथा आमतौर पर मार्च/अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले औपचारिक समारोहों में ये पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- इस वर्ष राष्ट्रपति ने 128 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़ूरी दी है, जिनमें 2 जोड़ी पुरस्कार (किसी जोड़ी को दिये गए पुरस्कार की गणना एक पुरस्कार के रूप में की जाती है) भी शामिल हैं। इस सूची में 4 पद्मविभूषण, 17 पद्मभूषण और 107 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 34 महिलाएँ हैं और इस सूची में 10 व्यक्ति विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के अंतर्गत आते हैं तथा 13 व्यक्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया है।
- वर्ष 2022 के लिये घोषित पद्म पुरस्कारों की सूची में उत्तर प्रदेश के निम्नलिखित व्यक्ति शामिल हैं-
- राधेश्याम खेमका (मरणोपरांत) एवं कल्याण सिंह (मरणोपरांत) को क्रमश: साहित्य एवं शिक्षा तथा सार्वजनिक मामले के क्षेत्र में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्मविभूषण’ के लिये चुना गया है।
- राशिद खान को कला के क्षेत्र में तथा वशिष्ठ त्रिपाठी को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु ‘पद्मभूषण’ के लिये चुना गया है।
- इसी प्रकार सुश्री कमलिनी अस्थाना और सुश्री नलिनी अस्थाना (कला), शीशराम (कला), सेठ पाल सिंह (कृषि), सुश्री विद्या विंदु सिंह (साहित्य और शिक्षा), शिवानंद (योग), अजय कुमार सोनकर (विज्ञान एवं अभियांत्रिकी), सुश्री अजिता श्रीवास्तव (कला), डॉ. कमलाकर त्रिपाठी (चिकित्सा) तथा शिवनाथ मिश्र (कला) को पद्मश्री पुरस्कार के लिये चुना गया है।