ओडीओपी की तर्ज पर ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन वेटलैंड’ की तैयारी | 10 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
9 दिसंबर, 2022 को प्रदेश के पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जंतु उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना ने जानकारी दी कि सरकार ने प्रदेश में ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’ की तर्ज पर अब ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन वेटलैंड’ पर काम करने का फैसला किया है। इस संबंध में प्रदेश के सभी प्रभागीय वनाधिकारियों को प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गए हैं।
प्रमुख बिंदु
- राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना ने बताया कि इस योजना के तहत हर जनपद में एक वेटलैंड को सँवारने का काम किया जाएगा, जिससे वह पर्यटन के लिहाज से आकर्षण का केंद्र बन सके।
- प्रदेश सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक जनपद में एक वेटलैंड को इको टूरिज्म के तहत विकसित किया जाए, जिससे पर्यटन के मानचित्र में इस वेटलैंड को खास स्थान मिल सके। इससे प्रदेश के इको टूरिज्म का दायरा और व्यापक होगा। सरकार की इस पहल से अभी तक जो वेटलेंड उपेक्षित स्थिति में हैं या जिन पर किसी का ध्यान नहीं गया है, उनका कायाकल्प हो सकेगा।
- इसके साथ ही राजधानी लखनऊ के कुकरैल में प्राणि उद्यान को शिफ्ट करने और नाइट सफारी का काम जल्द शुरू होगा। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2023 के अंत तक कुकरैल जू एवं नाइट सफारी की स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया है और लखनऊ चिड़ियाघर का अगला स्थापना दिवस कुकरैल में मनाए जाने का निर्णय किया गया है।
- वन मंत्री ने वन ट्रिलियन इकॉनामी के संबंध में वन विभाग को दिये गए दस हज़ार करोड़ के लक्ष्य की प्राप्ति के लिये प्रदेश में लकड़ी आधारित उद्योगों की स्थापना के लिये जनपदवार लक्ष्यों को निर्धारण करने के निर्देश दिये। साथ ही काष्ठ कला बोर्ड की स्थापना के संबंध में चर्चा की गई।
- उन्होंने बरेली में जू स्थापना के प्रगति की जानकारी ली। वहीं सांडी नवाबगंज समसपुर पक्षीविहार, सारनाथ डियर पार्क, इंदिरा गांधी वनस्पति उद्यान, रायबरेली के बेहतर प्रबंधन के लिये सोसायटी-ट्रस्ट के गठन का प्रस्ताव जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।