उत्तराखंड
आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं की तर्ज पर अब भोजन माताओं को भी मिलेगी सम्मान राशि
- 25 Feb 2023
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चर्चा में क्यों?
24 फरवरी, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं की तर्ज़ पर अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत् भोजन माताओं को 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्ति पर सम्मान राशि देने की तैयारी चल रही है। विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है।
प्रमुख बिंदु
- सरकारी स्कूलों में कार्यरत् भोजन माताओं को 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्ति पर सम्मान राशि देने के लिये पाँच करोड़ रुपए का कॉरपस फंड बनाया जाएगा, जिसके ब्याज से हर साल औसतन सेवानिवृत्त होने वाली 600 भोजन माताओं को 10 से 25 हज़ार रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी।
- गौरतलब है कि महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के तहत कार्यरत् आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं के सेवानिवृत्त होने पर महिला कल्याण कोष से 30 हज़ार रुपए की धनराशि दी जाती है, जबकि सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिये मिड-डे मील बनाने वाली भोजन माताओं के सेवानिवृत्त होने पर उन्हें कुछ नहीं मिलता।
- विभाग की ओर से भोजन माताओं को सेवानिवृत्ति पर सम्मान राशि देने का जो प्रस्ताव तैयार किया गया है, वह दो तरह का है।
- पहले प्रस्ताव में बताया गया है कि भोजन माताओं से हर महीने 144 रुपए अंशदान लिया जाए या फिर सरकार की ओर से इसे जमा किया जाए, ऐसा करने से सेवा से हटने पर उन्हें 8654 से लेकर 51923 रुपए की धनराशि मिलेगी।
- दूसरे प्रस्ताव के अंतर्गत भोजन माताओं को 60 साल में सेवानिवृत्त होने पर उन्हें 10 हज़ार रुपए से लेकर 25 हज़ार रुपए तक की धनराशि दी जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि प्रदेश में भोजन माताओं को अभी हर महीने 3000 रुपए मानदेय दिया जा रहा है। इसमें 900 रुपए केंद्र सरकार की ओर से एवं 2100 रुपए राज्य सरकार की ओर से दिये जाते है।
- विभागीय अधिकारियों के मुताबिक 3000 रुपए मानदेय को बढ़ाकर 5000 रुपए किये जाने का केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।