नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

State PCS Current Affairs


हरियाणा

अंबाला के नग्गल में होगी उत्तर भारत की पहली राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की ब्रांच की स्थापना

  • 28 Dec 2021
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

26 दिसंबर, 2021 को हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अंबाला के नग्गल में उत्तर भारत की पहली राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की ब्रांच की स्थापना की जाएगी। उत्तर भारत में यह अपनी तरह की पहली ब्रांच होगी, जहाँ कई गंभीर, नए रोग एवं वायरस की जाँच और उनके आँकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा।  

प्रमुख बिंदु 

  • गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि इसकी स्थापना के लिये 2.03 करोड़ रुपए की लागत से ज़मीन की रजिस्ट्री स्वास्थ्य विभाग के नाम कर दी गई है और अब भविष्य में एनसीडीसी ब्रांच की स्थापना का कार्य तेज़ी से हो सकेगा।
  • उन्होंने कहा कि यह आधुनिक उपकरणों से लैस अत्याधुनिक लैब होगी, जिसमें नई बीमारियों की पहचान, उनके विश्लेषण एवं रोकथाम के तरीकों पर कार्य किया जा सकेगा। नीपा वायरस, जीका वायरस, रेबीज, जूनाटिक रोग, कोविड-19, ओमीक्रॉन, हेपेटाइटिस के अलावा अन्य गंभीर वायरस की जाँच और सभी प्रकार के नए टेस्ट यहाँ इस लैब में हो पाएंगे।
  • उन्होंने बताया कि यह अपने आप में एक अलग ब्रांच होगी और इसकी स्थापना में राज्य व केंद्र सरकार की संयुक्त तौर पर भूमिका है। एनसीडीसी में एकीकृत रोग निगरानी व शोध कार्यों को बढ़ावा, पर्यावरणीय बदलाव पर अध्ययन, प्रयोगशाला में गुणवत्ता एवं क्षमता का निर्माण इत्यादि गतिविधियों पर प्रमुखता से काम किया जाएगा। 
  • यह केंद्र विभिन्न वैक्सीन, दवाइयों व अन्य नैदानिक किट की उपलब्धता के लिये कार्य करेगा। महामारी वैज्ञानिकों, सूक्ष्म जीव वैज्ञानिकों व प्रयोगशाला तकनीशियनों के लिये एक अच्छे प्रशिक्षण केंद्र के तौर पर भी इसे विकसित किया जाएगा। यहाँ पर एनसीडीसी की देखरेख स्टाफ एवं अन्य कई नियुक्तियाँ भी की जाएंगी, ताकि कार्य बेहतर प्रकार से हो सके।
  • राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र दिल्ली की जॉइंट डायरेक्टर डा. शिखा वरधान और अंबाला के सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि तीन चरणों में एनसीडीसी ब्रांच का निर्माण पूरा किया जाएगा। पहले और दूसरे चरण में बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा, जिसके बाद तीसरे चरण में लैब की स्थापना होगी। 
  • यहाँ पर करोड़ों रुपए की लागत से आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे, जिनमें बॉयो सेफ्टी केबिनेट, इन्क्यूबेटर, नॉन रेफ्रिजरेट सेंट्रीफ्यूज, कोल्ड सेंट्रीफ्यूज, रियल टाइम पीसीआर मशीन, ड्राइ ब्लॉक इनक्यूबेटर, रेफ्रिजरेटर, ऑटोक्लेव, हॉट एयर ओवन, डीप फ्रीजर, ट्रेनिंग माइक्रोस्कोप, लाइट माइक्रोस्कोप कम्पाउंड, एलीसा रीडर विद वॉशर, माइक्रोपिपटीस्ट ऑफ ऑल साइज, मिली-क्यू वॉटर प्योरीफायर एवं अन्य उपकरण होंगे।
  • महामारी विज्ञान के साथ राज्य निगरानी इकाई, आपातकालीन संचालन केंद्र (ईओसी), बीएसएल 2 सुविधा के साथ माइक्रोबायोलॉजी (वायरोलॉजी, बैक्टीरियोलॉजी, जूनोटिक रोगजनकों और परजीवी विज्ञान) और कीट विज्ञान आदि की जाँच होगी।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow