राजस्थान
एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने राजस्थान के साथ 300 मेगावाट सौर परियोजना के लिये दीर्घकालिक विद्युत उपयोग समझौता किया
- 21 Aug 2023
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चर्चा में क्यों?
- 20 अगस्त, 2023 को राजस्थान के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार राजस्थान विश्वविद्यालय में अध्ययनरत् ट्रांसजेंडर नूर शेखावत जनाधार पाने वाली राजस्थान की पहली ट्रांसजेंडर बन गई हैं।
प्रमुख बिंदु
- जनाधार प्राधिकरण ने नई मिसाल कायम करते हुए राज्य में पहली बार किसी ट्रांसजेंडर का जनाधार कार्ड जारी किया है।
- राजस्थान जनाधार प्राधिकरण के संयुक्त निदेशक सीताराम स्वरूप ने बताया कि यह पहला अवसर है, जब किसी ट्रांसजेंडर के नाम से जनाधार कार्ड जारी किया गया है।
- उन्होंने बताया कि नूर शेखावत ने उनसे मिलकर अपनी समस्या बताई थी कि परिवार द्वारा अस्वीकार किये जाने के कारण उनके पास स्वयं का जनाधार कार्ड नहीं है, जिससे वे राज्य सरकार द्वारा संचालित किसी भी योजना का लाभ नहीं ले पा रही हैं।
- नियमों के अनुसार किसी भी जन आधार परिवार में 18 वर्ष से अधिक की महिला या 21 वर्ष से अधिक के पुरुष को ही मुखिया बनाया जा सकता है। अब तक किसी भी ट्रांसजेंडर को परिवार का मुखिया नहीं बनाया गया था और न ही किसी ट्रांसजेंडर ने अब तक प्राधिकरण से संपर्क कर स्वयं को मुखिया बनाने के लिये आवेदन किया था। इसी कारण जब नूर शेखावत को भी अपने प्रयासों में निराशा हाथ लगी।
- सीताराम स्वरूप से जब नूर ने संपर्क किया तो उन्होंने अपनी तकनीकी टीम को निर्देशित कर सॉफ्टवेयर में इस संबंध में परिवर्तन करवाया तथा नूर शेखावत को जन आधार में नामांकित करवाकर जन आधार कार्ड की ई-कॉपी सौंपी।
- जन आधार कार्ड प्राप्त होने से अब नूर भी अन्य लाभार्थियों की तरह राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकेंगी।