महानदी में बाढ़ का खतरा नहीं | 03 Aug 2024
चर्चा में क्यों?
सरकारी अधिकारियों के अनुसार महानदी नदी प्रणाली पर बाढ़ का कोई डर नहीं है।
मुख्य बिंदु
- महानदी प्रणाली गोदावरी और कृष्णा के बाद प्रायद्वीपीय भारत की तीसरी सबसे बड़ी नदी है तथा ओडिशा राज्य की सबसे बड़ी नदी है
- नदी का जलग्रहण क्षेत्र छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र तक विस्तृत है
- इसका बेसिन उत्तर में मध्य भारत की पहाड़ियों, दक्षिण और पूर्व में पूर्वी घाट तथा पश्चिम में मैकाल रेंज से घिरा है
- स्रोत:
- यह नदी छत्तीसगढ़ राज्य में रायपुर के निकट सिहावा के निकट अमरकंटक के दक्षिण में स्थित स्थान से निकलती है।
- प्रमुख सहायक नदियाँ:
- शिवनाथ, हसदेव, मांड और इब नदियाँ महानदी में बायीं ओर से मिलती हैं जबकि ओंग, तेल तथा जोंक नदियाँ इसमें दायीं ओर से मिलती हैं।
- महानदी विवाद:
- केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में महानदी जल विवाद न्यायाधिकरण का गठन किया।
- महानदी पर प्रमुख बाँध/परियोजनाएँ:
- हीराकुंड बाँध भारत का सबसे लंबा बाँध है।
- रविशंकर सागर, दुधावा जलाशय, सोंदुर जलाशय, हसदेव बांगो और तंदुला अन्य प्रमुख परियोजनाएँ हैं।
- शहरी केंद्र:
- इस बेसिन में तीन महत्त्वपूर्ण शहरी केंद्र रायपुर, दुर्ग और कटक हैं।
- उद्योग:
- महानदी बेसिन अपने समृद्ध खनिज संसाधन और पर्याप्त ऊर्जा संसाधन के कारण अनुकूल औद्योगिक जलवायु है।
- भिलाई में लोहा और इस्पात संयंत्र
- हीराकुंड और कोरबा में एल्युमीनियम कारखाने
- कटक के पास पेपर मिल
- सुंदरगढ़ में सीमेंट कारखाना।
- मुख्यतः कृषि उपज पर आधारित अन्य उद्योग चीनी और कपड़ा मिलें हैं।
- कोयला, लोहा और मैंगनीज़ का खनन अन्य औद्योगिक गतिविधियाँ हैं।