‘निर्झरणी महोत्सव’ | 21 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
20 दिसंबर, 2021 को मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा ज़िला प्रशासन- अलीराजपुर के सहयोग से तीनदिवसीय ‘निर्झरणी महोत्सव’का शुभारंभ किया गया।
प्रमुख बिंदु
- देश की 75वीं स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव को समर्पित और अमर शहीद चंद्रशेखर आज़ाद की स्मृति और नदियों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिये 20 से 22 दिसंबर तक रजवाड़ा परिसर में इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
- 20 दिसंबर को सांस्कृतिक शिक्षा कला केंद्र समिति, रीवा द्वारा आदिवासी भगोरिया नृत्य, कोरकू आदिवासी गडली-थप्ती नृत्य, मालवा का लोक नृत्य, गोंड आदिवासी धानदार नृत्य, गुजरात का राठवा आदिवासी नृत्य के साथ-साथ महानायक चंद्रशेखर आज़ाद और भगत सिंह का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान नाटक ‘गगन दमामा बाज्यो’पर केंद्रित प्रस्तुति दी गई।
- दूसरे दिन 21 दिसंबर को भील आदिवासी नृत्य, निमाड़ लोकनृत्य एवं वन निवासी लीला नाट्य भक्तिमति शबरी की प्रस्तुति होगी।
- तीसरे दिन 22 दिसंबर को भील आदिवासी नृत्य, भारिया आदिवासी भादम नृत्य और वनवासी लीला नाट्य निषादराज गुह्या का प्रदर्शन किया जाएगा।