उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की नई टूरिज्म पॉलिसी | 13 Oct 2022

चर्चा में क्यों?

12 अक्टूबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राज्य के पर्यटन विभाग ने आकर्षक नई टूरिज्म पॉलिसी तैयार की है।

प्रमुख बिंदु

  • विदित है कि विभाग द्वारा तैयार की गई पर्यटन नीति-2022 के प्रारूप में राज्य को एक ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने पर फोकस करते हुए कई नए क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है।
  • इस पॉलिसी में राज्य को वैवाहिक पर्यटन के डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की भी योजना है यानि राज्य के टूरिस्ट डेस्टिनेशन अब शादी को भी यादगार बनाएंगे। देसी और विदेशी जोड़ों के विवाह को यादगार बनाने के लिये होटल, किलों और पर्यटक स्थलों को विकसित किया जाएगा। इसके लिये वेडिंग प्लानरों और इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों की मदद ली जाएगी।
  • हर साल बड़े पैमाने पर विदेशी मेहमानों का शादी के लिये भारत में वाराणसी और आगरा में आने को ध्यान में रखते हुए विभाग ने यह खाका तैयार किया है।
  • वेडिंग प्लानरों और इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों की मदद से वाराणसी, आगरा, मथुरा-वृंदावन एवं चुनार, वॉटर फॉल आदि को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही प्री वेडिंग के लिये कपल्स को प्री शूट की सुविधा भी दी जाएगी।
  • राज्य में कई ऐसी ऐतिहासिक विरासत स्थल हैं जो वन विभाग के अधीन आती हैं। ऐसे में इन जगहों को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिये वन विभाग की भी मदद ली जाएगी।
  • जहाँ पर सबसे ज्यादा विदेशी मेहमान शादी के बंधन में बंधने के लिये आते हैं, उन जगहों को और आकर्षक बनाने के लिये इवेंट कंपनी से सुझाव मांगे जाएंगे। वेडिंग डेस्टीनेशनों को सूचीबद्ध करके इनका ऑनलाइन प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। पर्यटन विभाग राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी इसे प्रमोट करेगा।
  • पर्यटन प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने कहा कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश विदेशी जोड़ों के लिये राजसी ठाठ-बाट और सांस्कृतिक विरासत के आधार पर विवाह के लिये बेहतरीन जगह है। ऐसे में राज्य के विभिन्न शहरों में वेडिंग डेस्टिनेशन के लिये उपयुक्त स्थानों को चिह्नित किया जा रहा है। इसके प्रचार-प्रसार के लिये वेडिंग प्लानरों और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की मदद ली जाएगी।