मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेशीय और भारतीय देशी गायों के लिये नवीन पुरस्कार योजना
- 28 Jan 2023
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चर्चा में क्यों?
27 जनवरी, 2022 को मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना में ‘प्रदेश की मूल गो-वंशीय नस्ल एवं भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों के लिये पुरस्कार योजना’लागू की जा रही है।
प्रमुख बिंदु
- पशुपालन मंत्री ने बताया कि देश-प्रदेश की देशी नस्लों के गोपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई योजना में 1 से 15 फरवरी तक प्रदेश की मूल और भारतीय उन्नत नस्ल की गायों की प्रतियोगिताएँ होंगी।
- इस प्रतियोगिता में 201 ज़िलास्तरीय पुरस्कार दिये जाएंगे, जो 45 मध्य प्रदेश के मूल गोवंशीय और 156 भारतीय उन्नत नस्ल की गायों के लिये होंगे। इसके अलावा 6 राज्यस्तरीय पुरस्कार भी दिये जाएंगे।
- प्रदेश की मूल गोवंशीय और भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों की प्रतियोगिता ज़िलों में अलग-अलग की जाएंगी। प्रदेश की मूल गोवंशीय नस्ल प्रतियोगिता 15 ज़िलों- आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, उज्जैन, इंदौर, खंडवा, खरगौन, बुरहानपुर, बड़वानी, धार, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर और निवाड़ी में की जाएगी।
- मालवी नस्ल की गायों की प्रतियोगिता ज़िला आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, उज्जैन और इंदौर में तथा निमाड़ी नस्ल की ज़िला खंडवा, खरगौन, बुरहानपुर, बड़वानी, धार और केनकथा नस्ल की प्रतियोगिता ज़िला दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर और निवाड़ी ज़िले में होगी।
- पशुपालन मंत्री ने बताया कि प्रदेश की मूल गोवंशी नस्ल- मालवी, निवाड़ी और केनकथा गाय का प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन 4 लीटर या अधिक और भारतीय गाय का 6 लीटर या उससे अधिक होना चाहिये।
- भारतीय उन्नत नस्ल गाय प्रतियोगिता सभी 52 ज़िलों में होगी। अधिक दूध देने वाली गायों के पशुपालकों को पुरस्कार दिया जाएगा।
- दोनों प्रतियोगिताओं में ज़िलास्तरीय प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार क्रमश: 51 हज़ार, 21 हज़ार और 11 हज़ार रुपए होंगे। इसी तरह राज्यस्तरीय पुरस्कार भी क्रमश: 2 लाख, 1 लाख और 50 हज़ार रुपए का होगा।
- तीनों पुरस्कार के अलावा शेष प्रतियोगी गायों को प्रमाण-पत्र प्रदान किये जाएंगे। पुरस्कार प्राप्त समस्त पशुपालकों की सूची मय गायों की नस्ल और दुग्ध उत्पादन ब्योरे के साथ विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।