बिहार
NEET लीक विवाद
- 18 Jun 2024
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चर्चा में क्यों?
राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (NEET) स्नातक परीक्षा के पेपर लीक होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है, जिसके कारण दोबारा परीक्षा कराने और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से जाँच कराने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
- आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने खुलासा किया है कि बिहार में NEET के उम्मीदवारों ने लीक हुए परीक्षा पेपर के लिये 30 लाख रुपए तक का भुगतान किया है।
मुख्य बिंदु
- सर्वोच्च न्यायालय NEET से संबंधित कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है, हालाँकि उसने परिणामों के आधार पर प्रवेश के लिये काउंसलिंग पर रोक नहीं लगाई है।
- यह खुला घोटाला परीक्षा प्रणाली में गहरी जड़ें जमाए हुए मुद्दों को उजागर करता है और सुधार व जवाबदेही की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है।
- राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET), जिसे पहले अखिल भारतीय प्री-मेडिकल टेस्ट (AIPMT) के नाम से जाना जाता था, भारतीय मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में MBBS तथा BDS कार्यक्रमों के लिये योग्यता परीक्षा है।
- इसे वर्ष 2013 में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा शुरू किया गया था और अब इसे राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित किया जाता है।
- NTA की स्थापना भारतीय सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत एक सोसायटी के रूप में की गई थी।
- यह उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश/फेलोशिप के लिये प्रवेश परीक्षा आयोजित करने हेतु एक स्वायत्त और आत्मनिर्भर परीक्षण संगठन है।