नक्षत्र सभा: उत्तराखंड में खगोल-पर्यटन | 30 Oct 2024

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में उत्तराखंड में खगोल-पर्यटन और स्थानीय विरासत को बढ़ावा देने के लिये नक्षत्र सभा का शुभारंभ किया गया ।

प्रमुख बिंदु 

  • इवेंट अवलोकन : 
    • उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के सहयोग से स्टारस्केप्स द्वारा आयोजित नक्षत्र सभा, एक वर्ष तक चलने वाली गहन खगोल-पर्यटन कार्यक्रमों की शृंखला है।
    • इस पहल में आकाशीय अवलोकन, खगोल फोटोग्राफी सत्र और विभिन्न अंधेरे आकाश स्थानों पर सांस्कृतिक विसर्जन शामिल हैं।
  • सांस्कृतिक एकीकरण : 
    • प्रत्येक संस्करण में क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक महत्त्व तथा खगोल विज्ञान और स्थानीय विरासत के बीच अंतर्संबंध पर प्रकाश डाला जाता है।
    • इन कार्यक्रमों का उद्देश्य खगोल विज्ञान को सुलभ और आकर्षक बनाना तथा सभी आयु वर्ग के प्रतिभागियों में रुचि बढ़ाना है।
    • यह कार्यक्रम उत्तराखंड की समृद्ध परंपराओं और खगोल विज्ञान से इसके ऐतिहासिक संबंधों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देता है।
  • सामुदायिक भागीदारी : 
    • स्थानीय समुदायों को इसमें भाग लेने के लिये प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को समर्थन मिलेगा।
    • प्रतिभागी खगोल विज्ञान और संस्कृति के विशेषज्ञों द्वारा निर्देशित तारा-दर्शन सत्रों, कार्यशालाओं और चर्चाओं में भाग ले सकते हैं।

उत्तराखंड पर्यटन नीति

  • निवेश प्रोत्साहन: 
    • नई पर्यटन नीति का उद्देश्य न्यूनतम परियोजना लागत 5 करोड़ रुपए निर्धारित करके निवेश आकर्षित करना, अज्ञात क्षेत्रों में 50% तक सब्सिडी प्रदान करना तथा हेली पर्यटन और साहसिक गतिविधियों जैसी पहलों के लिये 100% सब्सिडी प्रदान करना है।
  • शहरों का वर्गीकरण: 
    • शहरों को अलग-अलग सब्सिडी दरों के साथ तीन श्रेणियों (A, B और C) में विभाजित किया गया है: श्रेणी A में 25%, श्रेणी B में 35% और श्रेणी C में 50% तक, साथ ही स्टांप शुल्क से छूट भी।
  • विविध प्रोत्साहन: 
    • होटल, साहसिक खेल और पर्यावरण अनुकूल परिवहन विकल्पों सहित विभिन्न पर्यटन उपक्रमों के लिये वित्तीय प्रोत्साहन की पेशकश की जाती है, जिसका उद्देश्य नए रोज़गार के अवसर उत्पन्न करना और धारणीय पर्यटन को बढ़ावा देना है।