राजस्थान
नरेडको और राजस्थान आवासन मंडल के बीच हुआ एमओयू
- 03 May 2023
- 4 min read
चर्चा में क्यों?
2 मई, 2023 को केंद्रीय एजेंसी नेशनल रियल एस्टेट डवेलपमेंट काउंसिल (NAREDCO) और राजस्थान आवासन मंडल के मध्य एक एमओयू साइन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस एमओयू के तहत आगामी 2 वर्षों में ’निपुण’ (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर प्रमोशन ऑफ अपस्किलिंगं ऑफ निर्माण वर्कर्स) कार्यक्रम के अंतर्गत दोनों संस्थाएँ मिलकर राज्य के 20 हज़ार निर्माण श्रमिकों को ऑन साइट कौशल प्रशिक्षण देगी।
- नरेडको के वाइस प्रेसिडेंट अशोक पाटनी ने बताया कि इस प्रशिक्षण के लिये काउंसिल ने राजस्थान आवासन मंडल को नोडल एजेंसी बनाया है। मंडल के सहयोग से पहले चरण में मंडल के अधीन प्रदेश भर में चल रही 150 से अधिक परियोजनाओं से जुड़े हज़ारों श्रमिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके पश्चात् प्रदेश की अन्य संस्थाओं को जोड़ा जाएगा।
- प्रशिक्षण के बाद निर्माण श्रमिकों को 3 साल के लिये 2 लाख रुपए का नि:शुल्क दुर्घटना बीमा भी करवाया जाएगा।
- इस एमओयू के बाद आवासन मंडल देशभर में पहली ऐसी संस्था बन जाएगी जो सरकारी, गैर सरकारी, देहाड़ी पर आने वाले, बिल्डरों के निर्माण श्रमिकों को नरेडको के सहयोग से प्रोफेशनल तरीके से प्रशिक्षित कराएगी। यह प्रशिक्षण चल रहे काम के दौरान ऑन साइट ही दिया जाएगा, जिससे निर्माण कार्य भी बाधित नहीं होगा।
- प्रशिक्षण समाप्ति पर श्रमिकों को नरेडको द्वारा प्रमाणपत्र एवं 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। इसमें मंडल पर कोई भी वित्तीय भार नहीं आएगा। इस प्रशिक्षण की सबसे बड़ी खास बात यह है कि प्रशिक्षण लेने के बाद श्रमिक अकुशल से कुशल की श्रेणी में आ सकेंगे, जिससे उनके मानदेय में भी बढ़ोतरी होगी।
- प्रशिक्षण से श्रमिकों को होने वाले लाभ-
- प्रशिक्षण में सफल उम्मीदवारों को सरकार द्वारा सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
- प्रशिक्षण के बाद निर्माण श्रमिकों के आत्मसम्मान में होगी बढ़ोतरी।
- अकुशल से कुशल श्रेणी में आने से मिलने वाला पारिश्रमिक भी बढ़ेगा।
- प्रशिक्षण के बाद मिले सर्टिफिकेट से अन्य कार्यों में भी प्राथमिकता मिलेगी।
- प्रशिक्षण समाप्ति पर श्रमिकों को नरेडको द्वारा प्रमाणपत्र एवं 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।
- प्रशिक्षण लेने वाले निर्माण श्रमिक निशुल्क दुर्घटना बीमा योजना से भी लाभान्वित होंगे।
- प्रशिक्षित श्रमिकों को नई स्किल सीखने के साथ नए उपकरणों और तकनीकों की भी जानकारी मिलेगी।
- व्यत्तिगत सुरक्षा की जानकारी से निर्माण कार्य के दौरान दुर्घटनाओं में कमी आएगी।