सीसीएल और झारखंड चिड़ियाघर प्राधिकरण के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर | 06 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
4 दिसंबर, 2021 को झारखंड की राजधानी में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) और झारखंड चिड़ियाघर प्राधिकरण के बीच 36 लाख रुपए के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गए।
प्रमुख बिंदु
- एमओयू की शर्तों के तहत सीसीएल कंपनी की सीएसआर पहल के एक हिस्से के रूप में रांची के भगवान बिरसा बायोलॉजिकल पार्क में तीन साल के लिये शेरों और बाघों की एक जोड़ी को गोद लेगा। सीसीएल तीन साल तक पशुओं के रख-रखाव, भोजन और स्वास्थ्य से संबंधित सभी खर्चों को वहन करेगी।
- जीएम (सीएसआर), सीसीएल, बाला कृष्णा लाडी और प्रधान मुख्य वन संरक्षक और निदेशक भगवान बिरसा जैविक उद्यान, जब्बर सिंह ने दोनों संगठनों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
- इस अवसर पर सीसीएल के सीएमडी, पीएम प्रसाद ने कहा कि कंपनी टिकाऊ खनन के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के विजन को पूरा करने के लिये प्रतिबद्ध है।
- वन्यजीव संरक्षण पर्यावरण संरक्षण का एक महत्त्वपूर्ण पहलू है। जानवरों को गोद लेने से जानवरों के संरक्षण के महत्त्व के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने में मदद मिलेगी।
- सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड का मुख्यालय दरभंगा हाउस, रांची में है, जो महारत्न कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनियों में से एक है। झारखंड के आठ ज़िलों में इसकी परिचालन खदानें हैं। सीसीएल ने पर्यावरण संरक्षण और हितधारकों के समावेशी विकास को सुनिश्चित करने के लिये विभिन्न पहल की हैं।