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मध्य प्रदेश

अपशिष्ट प्रबंधन एवं निष्पादन के लिये एम.ओ.यू.

  • 13 Oct 2021
  • 2 min read

चर्चा में क्यों?

12 अक्टूबर, 2021 को नगर निगम भोपाल और एनटीपीसी तथा भोपाल आरएनजी प्राइवेट लिमिटेड के मध्य अपशिष्ट प्रबंधन एवं निष्पादन किये जाने के लिये एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये गए।

प्रमुख बिंदु

  • यह एम.ओ.यू. 200 टन प्रतिदिन गीले कचरे से बायो सीएनजी प्लांट एवं 400 टन प्रतिदिन सूखे कचरे से टॉरीफाईड चारकोल प्लांट की स्थापना के लिये हुआ।
  • ज्ञातव्य है कि वर्तमान में भोपाल शहर से लगभग 800 टन कचरा प्रतिदिन एकत्र होता है। इसके निष्पादन के लिये नगर निगम भोपाल द्वारा प्रति मीट्रिक टन 333 रुपए का व्यय किया जाता है। इस प्लांट के लगने से भोपाल आरएनजी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा भोपाल नगर निगम को 83 लाख रुपए की राशि प्रतिवर्ष रॉयल्टी के रूप में 20 वर्ष तक दी जाएगी एवं मार्केट रेट से 5 रुपए कम दर पर बायो सीएनजी प्रदान की जाएगी। 
  • प्लांट से उत्पन्न होने वाली बायो सीएनजी का उपयोग सिटी बसों में किया जाएगा। प्लांट की स्थापना पर 40 करोड़ रुपए का व्यय अनुमानित है, जो पूर्णरूप से एजेंसी द्वारा स्वयं वहन किया जाएगा। एजेंसी द्वारा नगर निगम भोपाल से कचरा निष्पादन के लिये कोई भी प्रोसेसिंग फीस नहीं ली जाएगी। 
  • आदमपुर छावनी में 15 एकड़ भूमि के क्षेत्रफल में टॉरीफाईड चारकोल प्लांट की स्थापना 80 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से की जाएगी। यह राशि पूर्णरूप से एनटीपीसी द्वारा वहन किया जाएगा। उत्पादित टॉरीफाइड चारकोल का उपयोग एनटीपीसी के विद्युत संयंत्रों में किया जाएगा। 
  • 400 टन प्रतिदिन सूखे कचरे से टॉरीफाईड चारकोल प्लांट का निर्माण बिल्ट ऑन ऑपरेट मॉडल पर आधारित होगा। प्लांट की स्थापना एवं संचालन-संधारण कार्य एनटीपीसी द्वारा ही 25 वर्ष तक किया जाना है।
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