राजस्थान
हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के बीच एमओयू
- 13 Jun 2023
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चर्चा में क्यों
12 जून, 2023 को जयपुर में स्थित हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय (एचजेयू) के प्रशासनिक परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में एचजेयू और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने मीडिया के विभिन्न क्षेत्रों की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों में स्वास्थ्य, जेंडर और सामाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दों की समझ बढ़ाने के लिये एक एमओयू किया।
प्रमुख बिंदु
- यूएनएफपीए की कंट्री हेड एंड्रिया वोयनार और एचजेयू की कुलपति प्रो. सुधि राजीव ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये।
- विदित है कि यूएनएफपीए संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था है जो जेंडर, महिला एवं बाल अधिकारों और स्वास्थ्य के क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में काम करती है। यह बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान स्थित अपने मुख्यालयों के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर विकास कार्यों में सहभागिता निभाती है।
- इस अवसर पर यूएनएफपीए की कंट्री हेड एंड्रिया वोयनार ने कहा कि एचजेयू के साथ एमओयू से जेंडर संबंधी मुद्दों की समझ रखने वाले बेहतरीन पत्रकार तैयार करने में मदद मिलेगी। जब ये विद्यार्थी मीडिया का हिस्सा बनेंगे तो इन मुद्दों को बेहतर तरीके से रख सकेंगे और इससे संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।
- यूएनएफपीए की कंट्री हेड ने बताया कि वे अपने 10वें राष्ट्रीय कार्यक्रम (2023-2027) के दौरान यूएनएफपीए मातृत्व मृत्यु दर में कमी, परिवार नियोजन, जेंडर आधारित हिंसा को खत्म करने और अन्य मानवीय स्थितियों में सुधार के लिये प्रयासरत है।
- समझौते के तहत विद्यार्थियों के लिये लैंगिक मुद्दों, जनसांख्यिकी और किशोरों के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किये जाएंगे।
- एचजेयू की कुलपति प्रो. सुधि राजीव ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यिवस्था में सामाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाना मीडिया की जिम्मेदारी है। ऐसे में भावी पत्रकारों में जेंडर, महिला एवं बाल विकास से जुड़े मुद्दों के प्रति चेतना बहुत ही महत्वपूर्ण है। यूएनएफपीए और एचजेयू का यह समझौता सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक और जिम्मेदार मीडियाकर्मी तैयार करने की दिशा में अहम कदम साबित होगा।