मुख्यमंत्री ने देवभोग में लघु वनोपज उत्पाद पार्क का भूमिपूजन किया | 07 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
6 दिसंबर, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गरियाबंद ज़िले के सुदूर वनांचल क्षेत्र के विकासखंड मुख्यालय देवभोग के समीप गाँव ‘इंदागाँव’में बन रहे लघु वनोपज पर आधारित ग्रामीण उद्यम पार्क का भूमिपूजन किया।
प्रमुख बिंदु
- देवभोग में ग्रामीण उद्यम पार्क की स्थापना का उद्देश्य इस क्षेत्र में पाए जाने वाले कच्चे माल की उपलब्धता को देखते हुए मूल्यवर्धन करना है। यह पार्क गाँवों के सामाजिक एवं आर्थिक ढाँचे में महिलाओं के सशक्तीकरण के लिये उत्प्रेरक होगा।
- इस केंद्र में कुल 11 महिला स्व-सहायता समूह शामिल होंगे, जिसके अंतर्गत लगभग 150 महिलाएँ सीधे केंद्र से जुड़ेंगी एवं विकासखंड के अंतर्गत 16000 से अधिक संग्राहक परिवार उच्च आय प्राप्त कर अपने जीवन स्तर को ऊँचा उठा सकेंगे।
- गौरतलब है कि इंदागाँव वन परिक्षेत्र के अंतर्गत बहुतायत मात्रा में लघु वनोपज, जैसे- महुआ फूल सूखा, चिरौंजी गुठली, दाल, महुआ बीज, लाख इत्यादि वनोपज पाये जाते हैं।
- ग्रामीण उद्यम पार्क देवभोग में प्रस्तावित प्रसंस्करण इकाई हैं- चिरौंजी प्रसंस्करण, लाख प्रसंस्करण, दाल प्रसंस्करण, नीम, महुआ एवं कुसुम तेल प्रसंस्करण, मसाला प्रसंस्करण इकाई।
- छत्तीसगढ़ राज्य उद्योग विकास निगम मर्या. रायपुर द्वारा ग्रामीण उद्यम पार्क की स्थापना 42 करोड़ रुपए की लागत से की जाएगी। सचिव, भारत सरकार मिनिस्ट्री ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज नई दिल्ली से 3.75 करोड़ रुपए, ग्रामीण उद्यम पार्क से 2.00 करोड़ रुपए तथा शेष 1.67 करोड़ रुपए छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ, ज़िला वनोपज सहकारी संघ एवं वनधन विकास केंद्र से प्रदान किये जाएंगे।
- यह परियोजना देवभोग क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्रों में समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास के लिये मील का पत्थर साबित होगी, जो किसी भी कुटीर उद्योग, प्रसंस्करण केंद्र से रहित रहा है।
- यह परियोजना छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ और गरियाबंद ज़िले की पहचान बनाने के लिये पूरे देश में कृषि-वन उपज का विपणन सुनिश्चित करते हुए ब्लॉक में बड़ा बदलाव ला सकती है।