हरियाणा सरकार 2023 में बाजरे को ‘न्यूट्री-सेरिअल’के रूप में प्रचारित करेगी | 29 Jul 2022
चर्चा में क्यों?
28 जुलाई, 2022 को हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में हुई राज्य खाद्य सुरक्षा मिशन कार्यकारी कमेटी की बैठक में जानकारी दी गई कि वर्ष 2023 में हरियाणा सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत बाजरे को ‘न्यूट्री-सेरिअल’के रूप में प्रचारित करेगी।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र ने भारत सरकार के प्रयासों से वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय ‘न्यूट्री-सेरिअल’वर्ष घोषित किया है।
- हरियाणा में लगभग 10 से 12 लाख एकड़ में बाजरे की फसल होती है तथा उत्पादन भी प्रति एकड़ लगभग 8 क्विंटल तक होता है।
- बैठक में मुख्य सचिव ने हैफेड के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बासमती चावल का निर्यात बढ़ाने के लिये सीधे कंपनियों से अनुबंध खेती करवाने के प्रयास करें।
- बैठक में इस बात की जानकारी भी दी गई कि हैफेड संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) व अन्य अरब देशों के साथ बासमती चावल का निर्यात पहले से ही कर रहा है।
- मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश में जौ की अनुबंध खेती को बढ़ावा देने के लिये किसानों को अधिक-से-अधिक प्रेरित किया जाए। इसके अलावा कपास की फसल पर संभावित ‘पिंक वार्म’के प्रकोप से बचाने के लिये भी त्वरित अभियान चलाया जाए।
- बैठक में राज्य खाद्य सुरक्षा मिशन के बारे में जानकारी दी गई कि भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत रबी 2007-08 से आरंभ किया था। इसके तहत दलहन एवं तिलहन की पैदावार को बढ़ावा देना था। वर्ष 2018-19 में खाद्य तेल एवं पाम ऑयल को भी इसमें शामिल किया गया है।
- वर्ष 2021-22 के दौरान केंद्र सरकार ने इस मिशन के लिये 4013.86 लाख रुपए की कार्य योजना स्वीकृत की थी, जिसके अंतर्गत किसानों को प्रमाणित बीज, क्लस्टर प्रदर्शन खेत, माइक्रोन्यूट्रेंट, कृषि मशीनरी, समेकित कीट प्रबंधन तथा फसल एवं मृदा सुरक्षा प्रबंधन के लिये सब्सिडी दी जाती है।