मरु महोत्सव 2022 का शुभारंभ | 14 Feb 2022

चर्चा में क्यों?

  • 13 फरवरी, 2022 को राजस्थान के जैसलमेर के पोखरण में अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, उप निवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता मंत्री शाले मोहम्मद एवं आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने गोल्डन बैलून आसमान में उड़ाकर चार दिवसीय मरु महोत्सव का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • पर्यटन विभाग ने इस बार मरु महोत्सव को ‘उम्मीदों की उड़ान’का नाम दिया है।
  • सालमसागर तालाब की पाल पर आयोजित कार्यक्रम में अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता मंत्री शाले मोहम्मद ने झंडी दिखाकर भव्य शोभायात्रा का भी शुभारंभ किया।
  • शोभायात्रा में सजे-धजे ऊँटों पर सवार बीएसएफ के जांबाजों, बीएसएफ महिला टुकड़ी, बालिकाओं एवं महिलाओं की मंगल कलश यात्रा और विभिन्न झांकियाँ आकर्षण का केंद्र रहीं।
  • रास्ते भर कलाकारों के समूहों ने कालबेलिया, अश्व, कच्छी घोड़ी, गैर आदि लोक नृत्यों का प्रदर्शन किया।
  • इस कल्चर महोत्सव में सेलिब्रिटीज नाईट, पोखरण खुहडी और सम के रेतीले टीलों पर कार्यक्रमों के साथ-साथ मरुश्री, मिस मूमल, मूंछ प्रतियोगिता, साफा बांध, मूमल महिंद्रा, ऊँट श्रृंगार और शान-ए-मरुधरा, पणिहारी मटका रेस प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की जाएंगी।
  • मरु महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम में मिस्टर एवं मिस पोखरण प्रतियोगिता हुई। इसमें निकिता राठौड़ ने मिस पोखरण एवं भरत बोहरा ने मिस्टर पोखरण का खिताब जीता। इन प्रतिभागियों में कन्या कॉलेज पोखरण की खुशी गौड़ ने दिव्यांग होते हुए भी प्रतियोगिता में भाग लिया।
  • मुख्य कार्यक्रम की साफा बांधो प्रतियोगिता में दुर्जनसिंह भाटी विजेता रहे। रस्सा कसी में टीम कपिल विजेता रही। मल्लश्री का खिताब विक्रम जोशी ने अपने नाम किया तथा मटका दौड़ में रूकड़ी ने जीत हासिल की।
  • इसके साथ ही मेहंदी प्रतियोगिता में तनीषा खत्री, मांडना में जसोदा एवं रंगोली प्रतियोगिता में खुशबू विजेता रहीं। प्हले दिन के कार्यक्रम का समापन पद्मश्री अनवर खाँ एवं लंगा पार्टी के कलाकारों की सामूहिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ।
  • विजेताओं को अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद एवं आरसीए अध्यक्ष श्री वैभव गहलोत तथा अन्य अतिथियों ने पुरस्कृत किया।
  • मुख्य समारोह परिसर में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें बीएसएफ द्वारा देश की प्रथम पंक्ति पर सुरक्षा में लगे सैनिकों को मुहैया करवाए जाने वाले हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई। यहाँ 7.66 एमएम गन, असाल्ट रायफल, एक्स-95, इंसास, एलएमजी, 84 एमएम जीआरएल, बैरिस्टा, सहित अन्य हथियारों का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही पोखरण विकास संस्थान, उरमूल, ऊँटनी के दूध, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, हस्तशिल्प आदि से संबंधित प्रदर्शनियाँ लगाई गईं।
  • उल्लेखनीय है कि 7 फरवरी, 1979 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत ने मरु महोत्सव का शुभारंभ किया था।