मंगल पांडे | 12 Apr 2024
चर्चा में क्यों?
महान स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे को उनकी पुण्य तिथि पर स्मरण।
- उन्हें '1857 के भारतीय विद्रोह' का प्रणेता माना जाता है।
मुख्य बिंदु:
- उनका जन्म 19 जुलाई, 1827 को फ़ैज़ाबाद के पास एक कस्बे में हुआ था जो अब पूर्वी उत्तर प्रदेश है।
- वह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री में शामिल हुए।
- उन्होंने जानवरों की चर्बी वाले कारतूसों को पेश करने के लिये ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ विद्रोह किया क्योंकि इससे सैनिकों की धार्मिक भावनाएंँ आहत होती थीं।
- आखिरकार, विद्रोहियों का यह आंदोलन भारत के अन्य हिस्सों तक पहुँच गया और जिसके कारण सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विद्रोह हुआ।
- विरोध और विद्रोह के आंदोलन को वर्ष 1857 के सिपाही विद्रोह के रूप में जाना जाता है, जिसे प्रथम स्वतंत्रता संग्राम भी कहा जाता है।
- 29 मार्च, 1857 को पांडे और उनके साथी सिपाहियों ने ब्रिटिश अधिकारियों के खिलाफ विद्रोह कर दिया तथा उन्हें गोली मारने का भी प्रयास किया। इसके परिणामस्वरूप उन्हें 8 अप्रैल, 1857 को बैरकपुर में फाँसी दे दी गई।
- अक्तूबर 1984 में, उनके प्रयासों को श्रद्धांजलि के रूप में भारत सरकार ने उनकी छवि के साथ एक डाक टिकट जारी किया।