महादेव टोप्पो साहित्य अकादमी के COLIT सदस्य बने | 08 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 6 सितंबर, 2023 को झारखंड के प्रख्यात साहित्यकार महादेव टोप्पो को साहित्य अकादमी के सेंटर फॉर ओरल एंड ट्राइबल लिटरेचर (सीओटी लिट) का बोर्ड मेंबर नियुक्त किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- झारखंड के प्रख्यात साहित्यकार महादेव टोप्पो का जन्म रांची ज़िले के हुलसी गांव में वर्ष 1954 में एक कुड़ूख आदिवासी परिवार में हुआ था।
- महादेव टोप्पो स्नातकोत्तर की शिक्षा ग्रहण करने के साथ वर्ष 1994 में पुणे स्थित फिल्म एप्रेसिशन सर्टिफिकेट कोर्स भी किया।
- उनकी प्रमुख रचनाएँ हिन्दी के पत्र-पत्रिकाओं में धर्मयुग, परिकथा, नया ज्ञानोदय, वागर्थ सबलोग, समयांतर, इंडिया टुडे, समकालीन जनमत, विश्व-रंग, बनास जन, जनसत्ता, प्रभात खबर आदि में प्रकाशित हुईं। इन रचनाओं में लेख, टिप्पणी, कहानी, कविताएं आदि शामिल हैं।
- उनकी प्रमुख रचनाओं में ‘जंगल पहाड़ के पाठ (कविता संग्रह)’, ‘सभ्यों के बीच आदिवासी (लेख संग्रह)’ तथा कविता-संग्रह ‘जंगल पहाड के पाठ’, का अंग्रेजी, मराठी और संताली में अनुवाद आदि शामिल है। उनकी कुछ कविताओं का जर्मनी, अंग्रेजी, मराठी, तेलुगू, संस्कृत, संताली, असमिया में भी प्रकाशन किया गया।
- उन्होंने कुड़ूख फिल्म ‘पहाड़ा’ तथा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित ‘एड़पा काना (गोइंग होम)’ में अभिनय भी किया है। उन्होंने अपनी मातृभाषा कुड़ूख में लघु-नाटक की रचना भी की है।
- महादेव टोप्पो को बिरसा मुंडा पुरस्कार समेत अनेक अनेक सम्मान प्रदान किये गए हैं।
- फिलहाल, वे झारखंड की राजधानी राँची में रहते हुए भाषा, साहित्य, कला, संस्कृति तथा मातृभाषा कुड़ूख के विकास के लिये कार्य कर रहे हैं।