सुशासन सूचकांक, 2021 में मध्य प्रदेश | 27 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
25 दिसंबर, 2021 को सुशासन दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के द्वारा सुशासन सूचकांक जारी किया गया, जिसमें ग्रुप ‘बी’में मध्य प्रदेश को प्रथम रैंक प्राप्त हुई है।
प्रमुख बिंदु
- जीजीआई-2021 में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को चार श्रेणियों- समूह ए, समूह बी, पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्य, केंद्र शासित प्रदेश में बाँटकर रैंकिंग दी गई है। जीजीआई-2021 तैयार करने के लिये 10 क्षेत्रों के 58 संकेतकों पर विचार किया गया है।
- मध्य प्रदेश ने सुशासन सूचकांक की समग्र रैंकिंग में 4.887 स्कोर के साथ ग्रुप ‘बी’में प्रथम रैंक प्राप्त किया है, वहीं गुजरात ने ग्रुप ‘ए’में प्रथम रैंक प्राप्त की है।
- मध्य प्रदेश ने पिछले सूचकांक (2019) की तुलना में अपने स्कोर में 0.7 प्रतिशत की वृद्धि की है। पिछली बार इसका स्कोर 4.85 था, जो अब बढ़कर 4.89 हो गया है।
- मध्य प्रदेश ने मूलत: सार्वजनिक अवसंरचना और उपयोगिता क्षेत्र तथा समाज कल्याण एवं विकास क्षेत्र में सुधार किया है।
- सुशासन सूचकांक 10 क्षेत्रों पर आधारित है, जिसमें मध्य प्रदेश की रैंकिंग तथा स्कोर निम्नलिखित हैं-
क्षेत्र |
मध्यप्रदेश की रैंकिंग |
स्कोर |
1. कृषि और संबद्ध क्षेत्र |
प्रथम |
0.652 |
2. वाणिज्य एवं उद्योग क्षेत्र |
चतुर्थ |
0.646 |
3. मानव संसाधन विकास क्षेत्र |
8वीं |
0.380 |
4. सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र |
7वीं |
0.185 |
5. सार्वजनिक अवसंरचना और उपयोगिता क्षेत्र |
द्वितीय |
0.662 |
6. आर्थिक शासन क्षेत्र |
द्वितीय |
0.477 |
7. समाज कल्याण एवं विकास |
द्वितीय |
0.666 |
8. न्यायिक एवं सार्वजनिक सुरक्षा |
5वीं |
0.282 |
9. पर्यावरण क्षेत्र |
6वीं |
0.308 |
10. नागरिक केंद्रित शासन |
5वीं |
0.627 |