मध्य प्रदेश को मिला ‘सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य’ का अवार्ड | 23 Jul 2022
चर्चा में क्यों?
22 जुलाई, 2022 को नई दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2020 की घोषणा की गई। इसमें मध्य प्रदेश को ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’का अवार्ड दिया गया।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2017 के बाद दूसरी बार मध्य प्रदेश को इस अवार्ड से नवाजा गया है। नेशनल फिल्म अवार्ड की इस कैटेगरी में 13 राज्यों ने सहभागिता की थी।
- इसके अलावा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट (स्पेशन मेंशन)’ का अवार्ड दिया गया।
- एक अन्य उपलब्धि में नॉन फीचर फिल्म कैटेगरी में बेस्ट एथनोग्राफिक फिल्म का अवार्ड राजेंद्र जांगले द्वारा निर्देशित फिल्म ‘मांडल के बोल’को दिया गया। इस फिल्म को मध्य प्रदेश ट्राइबल म्यूजियम द्वारा बनाया गया है। यह फिल्म बैगा जनजातीय जीवन और उनके ग्रामीण परिवेश को प्रदर्शित करती है।
- उल्लेखनीय है कि फिल्ममेकर को आकर्षित और आमंत्रित करने के लिये प्रदेश में फिल्म पर्यटन नीति 2020 के अनुसार फिल्मांकन अनुमति के लिये सिंगल विंडो सिस्टम की सुविधा के साथ विभिन्न प्रकार के अनुदान और छूट दी जाती हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय फिल्म, टीवी सीरियल और वेब सीरीज़ के लिये अधिकतम 10 करोड़ रूपए, राष्ट्रीय फीचर फिल्म के लिये 25% अथवा दो करोड़ रुपए एवं टीवी सीरियल एवं वेब सीरीज़ के लिये 25% या एक करोड़ रुपए तक के वित्तीय अनुदान का प्रावधान है। साथ ही डॉक्यूमेंट्री के लिये अधिकतम 40 लाख रुपए का वित्तीय अनुदान दिया जाएगा।
- राज्य के स्थानीय कलाकारों को फिल्म मेकिंग में लेने के लिये अतिरिक्त 25 लाख रुपए तक के वित्तीय अनुदान का प्रावधान है। फिल्म इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर 30% तक के वित्तीय अनुदान के साथ फिल्म क्रू के लिये पर्यटन विभाग के होटल और रिसॉर्ट में ठहरने पर 40% की छूट प्रदान की जाती है।
- राज्य में फिल्म उद्योग के विकास के लिये फिल्म सिटी, फिल्म स्टूडियो, कौशल विकास केंद्र आदि स्थापित करने हेतु निजी निवेशकों के लिये आरक्षित भूमि उपलब्ध है। साथ ही स्थानीय कलाकारों के कौशल वृद्धि के लिये प्रदेश में विभिन्न कार्यशाला आयोजित की जाती हैं। इन सभी प्रयासों के चलते प्रदेश में 250 से ज़्यादा फिल्म, वेब सीरीज़, सीरियल आदि की शूटिंग हो चुकी है।