मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश वैक्सीनेशन और उपचार प्रबंधन में अन्य राज्यों से आगे
- 14 Jan 2022
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चर्चा में क्यों?
13 जनवरी, 2022 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के मध्यम से राज्यों की कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संक्रमण और उसके प्रबंधन के संबंध में ली गई समीक्षा बैठक में भागीदारी की।
प्रमुख बिंदु
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्यों से चर्चा के पहले बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने जानकारी दी कि मध्य प्रदेश किशोर वर्ग के लिये 3 जनवरी से प्रारंभ वैक्सीनेशन के कार्य में अच्छी स्थिति में है।
- मध्य प्रदेश में 15 से 18 वर्ष के किशोरों के टीकाकरण कार्य में पात्र किशोरों में से 72.2 प्रतिशत को वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। प्रिकॉशन डोज 1 लाख 80 हज़ार से अधिक लोगों को लगाई गई है। इस श्रेणी में लगभग 30 प्रतिशत पात्र आबादी को टीके लगाए जा चुके हैं।
- गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन कार्य के लिये जन-भागीदारी के मॉडल का उपयोग करते हुए सभी का सहयोग लेकर 11 विशिष्ट वैक्सीनेशन महाअभियान संचालित किये गए हैं। अभी तक प्रदेश में 96 प्रतिशत प्रथम डोज तथा 92 प्रतिशत द्वितीय डोज के पात्र लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
- इसी प्रकार 15-18 वर्ष आयु वर्ग में और गर्भवती माताओं के टीकाकरण में भारत में सर्वाधिक टीके लगाने वाला मध्य प्रदेश अग्रणी राज्य है।
- इसी तरह केंद्रीय राशि के व्यय में भी मध्य प्रदेश का कार्य अच्छा है। विशेष रूप से प्रदेश में कोविड से बचाव के लिये अस्पतालों में सामान्य बेड, ऑक्सीजन बेड, एचडीयू और आईसीयू बेड, ऑक्सीजन संयंत्र, औषधियों की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया है।
- भारत सरकार द्वारा 437 करोड़ 17 लाख रुपए केंद्र अंश के रूप में जारी किये गए। इनमें राज्य अंश 291 करोड़ 44 लाख रुपए मध्य प्रदेश शासन ने जारी किये। केंद्र और राज्य का अंश सम्मिलित करते हए कुल 728 करोड़ 61 लाख रुपए की उपलब्ध राशि के मुकाबले राज्य ने 398 करोड़ 33 लाख रुपए का व्यय किया है। व्यय प्रगति में राष्ट्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश प्रथम पाँच राज्यों में शामिल है।
- उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर इस वर्ष प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन शुरू किया गया है। इसमें डिस्ट्रिक्ट इन्टीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब, ज़िला अस्पतालों तथा चिकित्सा महाविद्यालयों में 50 बिस्तरीय क्रिटिकल ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। वर्ष 2021-22 के लिये भारत सरकार ने इस मद में 126 करोड़ 25 लाख रुपए की मंज़ूरी दी है।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेजेंटेशन में बताया गया कि देश में 92 प्रतिशत लोग प्रथम डोज लगवा चुके हैं। इसी तरह लगभग 70 प्रतिशत पात्र नागरिक दूसरी डोज लगवा चुके हैं। देश में 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के 3 करोड़ किशोरों को वैक्सीनेट किया जा चुका है। कुल 1 अरब 54 करोड़ 61 लाख वैक्सीन डोज लग चुकी हैं।