‘मेड इन इंडिया’ पुस्तक | 21 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
19 फरवरी, 2022 को भारतीय रेलवे लेखा सेवा की अधिकारी तारिका रॉय और भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी सौम्या गुप्ता द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गई पुस्तक ‘Mad(e) in India’ पर आईएएस लिटरेरी सोसायटी राजस्थान द्वारा वर्चुअल इंटरेक्शन सेशन के माध्यम से चर्चा की गई। तारिका रॉय और सौम्या गुप्ता की यह पहली किताब है।
प्रमुख बिंदु
- तारिका रॉय ने अपनी किताब पर चर्चा करते हुए बताया कि यह पुस्तक हमारे देश भारत और भारतीयों की आदतों, रहन-सहन, आचारख्रव्यवहार तथा यहाँ की संस्कृति एवं परंपराओं के मजेदार पहलुओं की खोज है।
- इस किताब से हर भारतीय खुद को जोड़ सकता है। यह पुस्तक बताती है कि हम एक व्यक्ति और एक राष्ट्र के रूप में कौन हैं, हमारी विचित्रता, अंधविश्वास, असंख्य देवी-देवता और पवित्र पुरुष, हमारे भीड़ख्रभाड़ वाले शहर और सड़कें, फिल्मी सितारों और फिल्मी शैली के साथ हमारा जुनून, बड़ी और छोटी सभी समस्याओं को हल करने के हमारे जुगाडू़ तरीके, हमारे विविध व्यंजन, सांस्कृतिक परंपराएँ और कला रूप तथा विविधता में एकता, जो हमारे सतही मतभेदों को पाटती है।
- इस पुस्तक का एक अध्याय भारतीय रेल से संबंधित विभिन्न पहलुओं से जुड़ा है, जो पाठकों की बहुत-सी यादें ताजा कर देगा।
- सौम्या गुप्ता ने बताया कि यह किताब हमारे देश से बाहर रहने वाले लोगों को भी रोचक, अनूठे और विशिष्ट भारत की तस्वीर दिखाएगी। इस किताब में पाठकों को ट्रकों के पीछे लिखी इबारतों से लेकर लोगों के मुँह पर रहने वाले तकिया कलामों के मजेदार रूप पढ़ने को मिलेंगे। साथ ही पैरेंटल कंट्रोल और हाईवे स्पेशल ढाबों की दुनिया के मज़ेदार किस्से भी। इस पुस्तक में देश की विशेषताओं और अनोखेेपन को एक नए तरीके से पाठक के सामने रखने का प्रयास किया गया है।