मध्य प्रदेश
‘माँ तुझे प्रणाम योजना’
- 25 Apr 2022
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चर्चा में क्यों?
23 अप्रैल, 2022 को मध्य प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने बताया कि कोविड काल के बाद ‘माँ तुझे प्रणाम योजना’ को पुन: शुरू किया जा रहा है। इस वर्ष योजना में पहली बार प्रदेश की ‘लाडली लक्ष्मियाँ’ देश की सीमा की यात्रा करेंगी।
प्रमुख बिंदु
- सशक्त भारत और आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के सपने को साकार करने के लिये युवाओं में देश की सीमाओं की सुरक्षा के प्रति जागृति लाने, राष्ट्र के प्रति समर्पण और युवाओं को सेना तथा अर्द्धसैनिक बलों के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से ‘माँ तुझे प्रणाम योजना’ की शुरुआत की गई है।
- मंत्री ने बताया कि 2 से 11 मई तक चलने वाले ‘लाडली लक्ष्मी उत्सव’ में 2 मई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 200 लाडली लक्ष्मियों को हरी झंडी दिखाकर बाघा बॉर्डर की यात्रा के लिये रवाना करेंगे।
- इस यात्रा से किशोरियों में न सिर्फ देश भक्ति की भावना जागृत होगी, बल्कि वे भविष्य में देश की सेवा कर स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने में भी सफल होंगी।
- उल्लेखनीय है कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग की ‘माँ तुझे प्रणाम योजना’ में ज़िला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित चयन समिति द्वारा लॉटरी के माध्यम से चयन कर युवाओं को विभिन्न समूहों में देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भ्रमण के लिये ले जाया जाता है।
- सीमावर्ती भूमि में शहीदों को युवाओं द्वारा अपने निवास क्षेत्र से ले जाए गए जल से श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। युवाओं द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्र के रहवासियों की मदद से पशुपालन, कृषि व्यवसाय, उद्योग-धंधे, सिंचाई सुविधाएँ, भौगोलिक विशेषताएँ, सांस्कृतिक रीति-रिवाज, मान्यताएँ, त्योहार आदि का भी अध्ययन किया जाता है।
- वर्ष 2013 से प्रारंभ माँ तुझे प्रणाम योजना में अब तक प्रदेश के 12 हज़ार 672 युवाओं को लेह-लद्दाख, कारगिल-द्रास, आर.एस.पुरा, बाघा-हुसैनीवाला, तनोत माता का मंदिर, लोंगोवाल, कोच्चि, बीकानेर, बाड़मेर, नाथूला दर्रा, पेट्रापोल, तुरा, जयगाँव, अंडमान निकोबार एवं कन्याकुमारी कीयात्रा कराई गई है।
- खेल एवं युवा कल्याण विभाग की इस योजना में चयनित युवाओं को गृह निवास का यात्रा किराया, दैनिक भत्ता, आवास, भोजन, स्थानीय यातायात व्यवस्था, रेल आरक्षण व्यवस्था, ट्रैक सूट, टी-शर्ट और किट बैग उपलब्ध कराए जाते हैं।