जयपुर में लो कॉस्ट सेंसर नेटवर्क और मोबाइल एप लॉन्च | 15 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
- 14 मार्च, 2022 को राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की अध्यक्ष वीनू गुप्ता ने मंडल कार्यालय से जयपुर शहर में लो कॉस्ट सेंसर नेटवर्क और इसके मोबाइल ऐप को लॉन्च किया।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल तथा आईआईटी कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में जयपुर शहर में 40 अलग-अलग स्थानों पर लो कॉस्ट सेंसर्स स्थापित किये गए हैं।
- इन सेंसर्स से न केवल शहर में प्रदूषण के हॉट स्पॉट के बारे में पता चलेगा, बल्कि उस स्थान विशेष पर प्रदूषण के कारणों की भी मॉनिटरिंग की जा सकेगी।
- इन सेंसर्स के माध्यम से शहर की हवा की गुणवत्ता के बारे में बृहद् जानकारी मिलेगी, जिसके आधार पर अन्वेषण कर वायु प्रदूषण कम करने के लिये बेहतर योजनाएँ बनाई जा सकेंगी।
- इन सेंसर्स से प्राप्त डाटा वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप के माध्यम से आमजन को भी उपलब्ध होगा। इस डाटा को नियमित रूप से संबंधित विभागों को भी भेजा जाएगा, ताकि सभी के समन्वय से शहर में प्रदूषण नियंत्रण के लिये उपयुक्त निर्णय लिये जा सकें और दीर्घकालिक विकास के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।
- जयपुर में 5 जगहों- यादगार, राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल क्षेत्रीय कार्यालय वीकेआई, सचिवालय, सांगानेर एयरपोर्ट तथा प्रदूषण नियंत्रण मंडल कार्यालय परिसर झालाना में सेंसर्स के साथ डिस्प्ले बोर्ड भी स्थापित किये जाएंगे। इन बोर्ड्स पर धूल कण, सूक्ष्म धूल कण एवं वायु गुणवत्ता सूचकांक आमजन के लिये प्रदर्शित किया जाएगा।
- ये सेंसर्स कम लागत के होने के साथ-साथ आकार में छोटे तथा इन्स्टॉलेशन में आसान हैं। इनकी मॉनिटरिंग भी आसान होती है, जबकि मैन्यूअल स्टेशन आकार में बड़े होने के अलावा लागत में अधिक होते हैं तथा उनके संचालन एवं रखरखाव में भी अधिक सावधानी रखनी पड़ती है।
- उल्लेखनीय है कि आईआईटी कानपुर द्वारा एरिक्सन इंडिया के वित्तीय सहयोग से लार्ज स्केल मल्टी सिटी डेन्स अरबन आईओटी रीयल टाइम एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग नेटवर्क इन इंडिया प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है। इसके तहत जयपुर के अतिरिक्त कन्याकुमारी, चेन्नई तथा गुवाहाटी में लो कॉस्ट सेंसर्स लगाए गए हैं।