बिहार
बिहार में बिजली गिरने से मौत
- 03 Aug 2024
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में बिहार के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने से कम-से-कम 12 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री ने इन मौतों पर अपनी संवेदना व्यक्त की और प्रत्येक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
- अनुग्रहपूर्वक भुगतान का अर्थ है किसी संगठन या सरकार द्वारा दावों और क्षतियों के लिये व्यक्तियों को किया जाने वाला भुगतान।
मुख्य बिंदु
- मुख्यमंत्री ने लोगों से सतर्क रहने और आँधी-तूफान के दौरान घर पर रहने को कहा है।
- उन्होंने नागरिकों को राज्य आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा आँधी-तूफान और अत्यधिक वर्षा के संबंध में जारी की गई सलाह का पालन करने के लिये भी प्रोत्साहित किया है।
- बिहार आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2023-2024 के अनुसार, राज्य में वर्ष 2022-23 में बिजली और वज्रपात से संबंधित 400 मौतें हुईं तथा सबसे ज़्यादा मौतें गया (46), भोजपुर (23) और नवादा (21) में हुईं।
- राज्य सरकार ने वर्ष 2022-23 में आपदा प्रबंधन के लिये 430 करोड़ रुपए आवंटित किये और इसमें से 285.22 करोड़ रुपए बिजली गिरने तथा डूबने जैसी स्थानीय आपदाओं के लिये खर्च किये गए।
बिजली चमकना
- यह "मेघ और ज़मीन के बीच या बादल के भीतर बहुत कम अवधि तथा उच्च वोल्टेज के विद्युत निर्वहन" की प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसके साथ एक चमकदार चमक, एक तेज़ आवाज़ एवं कभी-कभी आँधी भी आती है।
- आकाशीय बिजली एक शक्तिशाली और दृश्यमान विद्युत घटना है जो तब घटित होती है जब बादलों के अंदर एवं बादलों तथा ज़मीन के बीच विद्युत आवेश का निर्माण होता है।