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उत्तर प्रदेश

उड़ान-आरसीएस के अंतर्गत वाराणसी-गोरखपुर के बीच दैनिक सीधी उड़ान का शुभारंभ

  • 28 Mar 2022
  • 3 min read

चर्चा में क्यों

27 मार्च, 2022 को केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में आरसीएस-उड़ान 4.1 के अंतर्गत स्पाइसजेट की गोरखपुर-वाराणसी की पहली सीधी उड़ान का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये उद्घाटन किया गया। 

प्रमुख बिंदु 

  • स्पाइसजेट एयरलाइन दैनिक उड़ानों का संचालन करेगी। स्पाइसजेट भारत का सबसे बड़ा क्षेत्रीय विमान वाहक है। यह उड़ान योजना के अंतर्गत देश के विभिन्न हिस्सों में 14 यूडीएएन गंतव्यों को जोड़ने वाली 63 दैनिक उड़ानें संचालित करता है। 
  • केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान में कुल 9 हवाई अड्डे स्थापित हो गए हैं। भविष्य में सहारनपुर, मुरादाबाद, अलीगढ़, आज़मगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट और सोनभद्र में 7 नए हवाई अड्डे तथा नोएडा और अयोध्या में 2 नए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे स्थापित किये जाएंगे। इससे उत्तर प्रदेश में 18 घरेलू और 5 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हो जाएंगे।
  • गौरतलब है कि वाराणसी उत्तर भारत का एक सांस्कृतिक केंद्र है और दुनिया के सबसे पुराने लगातार बसे हुए शहरों में से एक है, जो गंगा नदी के किनारे स्नान घाटों के लिये प्रसिद्ध है। वाराणसी में सबसे उल्लेखनीय मंदिर काशी विश्वनाथ, संकट मोचन मंदिर और दुर्गा मंदिर हैं। 
  • वाराणसी लंबे समय से शैक्षिक और संगीत का केंद्र रहा है। कई प्रमुख भारतीय दार्शनिक, कवि, लेखक और संगीतकार इस शहर में रहते हैं या रहते थे। इसके अलावा यहाँ भारत का पहला आवासीय विश्वविद्यालय, ‘बनारस हिंदू विश्वविद्यालय’ है। 
  • गोरखपुर राप्ती नदी के किनारे नेपाल सीमा के पास स्थित है और गोरखनाथ मठ एवं गोरखनाथ मंदिर, नाथ संप्रदाय और अन्य हिंदू, जैन, बौद्ध एवं सिख संतों का केंद्र होने के कारण एक प्रसिद्ध स्थल केंद्र भी है। 
  • उल्लेखनीय है कि उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) को वर्ष 2016 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत एक क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस) के रूप में शुरू किया गया था इसके तहत पूर्व में उड़ान 1.0, उड़ान 2.0, उड़ान 3.0, उड़ान 3.1 तथा उड़ान 4.0 योजना चलाई गई।
  • नागर विमानन मंत्रालय वर्ष 2025 तक उड़ान आरसीएस योजना के तहत 1,000 नए मार्गों के साथ भारत में कुल हवाई अड्डों को 100 नए हवाई अड्डों तक ले जाने के लिये 34 नए हवाई अड्डों का निर्माण करने की योजना बना रहा है।
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